अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने उत्तर प्रदेश में एक बार फिर जातीय समीकरण साधने की कोशिश की है। भाजपा हाईकमान की संस्तुति पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 6 विधान परिषद (एमएलसी) सदस्यों को मनोनीत किया है। मनोनीत किए गए विधान परिषद सदस्यों में एक ब्राह्मण, वैश्य, दो ओबीसी, मुस्लिम और दलित वर्ग से हैं।
राज्यपाल द्वारा मनोनीत किए गए विधान परिषद के सदस्यों में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर, पूर्व कैबिनेट सचिव नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत मिश्रा, रजनीकांत महेश्वरी, लाल जी निर्मल, राम सूरत राजभर और हंसराज विश्वकर्मा का नाम शामिल है।उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष सचिव चंद्रशेखर की ओर से सोमवार देर रात जारी अधिसूचना जारी की गई। जिसके मुताबिक राज्यपाल ने आठ रिक्त पदों पर कुल छह लोगों को एमएलसी के तौर पर मनोनीत किया है। अभी दो सीटें और खाली बची हैं। राज्यपाल कुल 10 नामों को मनोनीत कर सकते हैं।