राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस पार्टी शुक्रवार से तीन दिवसीय से चिंतन शिविर में जुटी हुई है। संकल्प शिविर में पार्टी संगठन में कई बदलाव करने की तैयारी कर रही है। लेकिन कांग्रेस को आज दोपहर बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत बलराम जाखड़ के पुत्र 68 वर्षीय सुनील जाखड़ ने पार्टी को अलविदा कह दिया। बता दें कि सुनील जाखड़ साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब के गुरदासपुर सीट में कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे थे। सुनील जाखड़ को फिल्म अभिनेता और भाजपा प्रत्याशी सनी देओल ने चुनाव हरा दिया था। सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ के बीच काफी समय तक मनमुटाव की खबरें आई थी। उदयपुर में जारी चिंतन शिविर के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने पार्टी से अलग होने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी खटिया पर नजर आ रही है। गुड लक एंड गुड बाय टू कांग्रेस पार्टी। सुनील जाखड़ ने शनिवार को अपने आधिकारिक फेसबुक पेज से लाइव होकर कांग्रेस छोड़ने का एलान किया। बता दें कि कांग्रेस ने हाल ही में सुनील जाखड़ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी। उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया था। पंजाब कांग्रेस ने उन्हें 2 साल के लिए पार्टी से सस्पेंड करने की सिफारिश की थी, जिस पर सोनिया गांधी को फैसला लेना था। हालांकि अभी जाखड़ के कांग्रेस से अलग होने की मुख्य वजह नहीं आई है लेकिन पिछले दिनों उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई से वह नाराज थे।