ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को तीन रेलगाड़ियों में हुई भीषण टक्कर से अभी तक 288 लोगों की मौत हो गई है जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हैं। बचाव और राहत कार्य के बाद रेलवे वे शनिवार रात में ही पटरियों से अधिकांश मलबा हटा दिया है और ट्रैक को जल्द शुरू करने की कोशिश जारी है। रेल मंत्रालय के मुताबिक, 1000 से अधिक कर्मचारी लगातार काम पर जुटे हैं। इस बीच ओडिशा सरकार ने कहा है कि 200 से अधिक शव ऐसे हैं जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। हादसे में मारे गए लोगों की तस्वीरें टेबल में रखी गई हैं और लोगों के तस्वीरों के जरिए अपने मृतक परिजनों की पहचान कर रहे हैं। मारे गए बहुत सारे यात्री प्रवासी मजदूर थे इसलिए उनके परिवार धीरे-धीरे ओडिशा पहुंच रहे हैं। जो परिवार फिलहाल ओडिशा में नहीं हैं उनकी मदद के लिए ओडिशा सरकार ने तीन वेबसाइटों पर मृतकों की तस्वीरें अपलोड की हैं। शव तेजी से सड़ रहे हैं, जिससे पहचान करना मुश्किल हो रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात और रेल दुर्घटना पीड़ितों के इलाज के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में घायल यात्रियों की जान बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। सीएम पटनायक ने कहा कि डॉक्टर, मेडिकल छात्र जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। घायल व्यक्तियों के लिए रक्तदान करने के लिए डॉक्टर, छात्र और आम लोग आगे आ रहे हैं। उन्होंने ताजा स्थिति के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि विभिन्न अस्पतालों में 1175 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर घायल मरीजों की हालत स्थिर है। सीएम ने बताया कि वर्तमान में 382 यात्रियों का विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। प्रधानमंत्री ने संकट के दौरान त्वरित और कुशल कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री, ओडिशा सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर केंद्र किसी भी तरह की सहायता देने को तैयार है। उन्होंने संकट की इस घड़ी में त्वरित मदद के लिए ओडिशा के लोगों की भी प्रशंसा भी की।
ममता बनर्जी के बयान पर अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘ममता जी ने कवच सिस्टम पर बात की। उन्हे जो जानकारी थी उसके आधार पर उन्होंने बयान दिया। कारण वह नहीं है जो ममता बनर्जी ने कल कहा था। यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के चलते हुआ
ममता बनर्जी ने यह बात नहीं कही कि यह हादसा किसी और वजह से हुआ है, जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल कल ममता बनर्जी ने रेल मंत्री के सामने कहा था कि अगर ट्रेन में कवच सिस्टम होता तो रेल हादसा टल सकता था। अब रेल मंत्री ने कहा है कि ये हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से हुआ है। कल देर रात तक दुर्घटनास्थल पर मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आज भी वहां पहुंचे। उन्होंने ने कहा कि रेल हादसे की सही वजह का पता लगा लिया गया है और जल्द ही रिपोर्ट सामने आएगी। उन्होंने कहा कल पीएम मोदी ने निर्देश दिया था। एक ट्रैक का कार्य पूरा हो गया है अब इलेक्ट्रिसिटी को सही करने का काम जारी है। आज ट्रैक को शुरू करने की कोशिश है। पूरी की पूरी कोशिश रहेगी कि बुधवार सुबह तक का जो टारगेट रखा गया है पूरे ट्रैक को चालू करने का, वो पहले की सुचारू रूप से चालू हो जाएगा। जांच कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर दी है और घटना के कारणों का पता लगा लिया गया है।