एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को आज बड़ा तगड़ा झटका लगा है। ओवैसी के चार विधायक आज फरार हो गए हैं। यह चारों विधायक साल 2020 में बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम के टिकट पर जीते थे। अब बिहार में केवल एक विधायक ओवैसी के पास बचा है। ओवैसी के इन चारों विधायकों ने आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) का दामन थाम लिया है। इसके बाद आरजेडी बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। पिछले विधानसभा चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। आरजेडी के 75 विधायक चुनकर आए थे और बीजेपी के 74 थे। इस चुनाव में वीआईपी के टिकट पर चार विधायक निर्वाचित हुए थे, जिसमें एक का निधन हो गया था। करीब 2 महीने पहले वीआईपी के तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। इससे भाजपा का आंकड़ा 77 पहुंच गया था। साल 2020 में आरजेडी के 75 विधायक जीते थे और साल 2022 में हुए उपचुनाव में 1 सीट आरजेडी को और मिल गई। उसके बाद राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों की संख्या 76 हो गई। अब ओवैसी की पार्टी के चार विधायक आरजेडी में शामिल होने से उसके 80 विधायक हो गए हैं । इस प्रकार बिहार में अब आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।