देश भर में लगातार बारिश के बाद कई प्रदेशों में को भारी नुकसान हुआ है। मानसूनी बारिश और लैंडस्लाइड का सबसे ज्यादा असर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हो रहा है। एक दिन पहले उत्तराखंड के पौड़ी में पहाड़ टूटा था आज हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में पहाड़ टूट गया। पहाड़ टूट कर सड़क पर मलबा भर भर कर गिर गया है जिससे वाहन चालकों को आने-जाने में भारी समस्या हो रही है। इसके साथ हिमाचल के कई मुख्य मार्ग भी बंद है। हिमाचल में भारी बारिश से तबाही जारी है।
अभी तक हिमाचल प्रदेश में 16 बार बादल फट चुका है। सबसे ज्यादा मंडी जिले में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं । नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। मंडी में 11 लोग बह गए थे। इनमें से 10 के शव मिले हैं। मंडी के कथुनाग में कई घर बाढ़ में बहे हैं। मंडी के करसोग, धर्मपुर, बगशयाड़, थुनाग, गोहर क्षेत्र के 100 से ज्यादा गांवों में 24 घंटे से ज्यादा समय से ब्लैक आउट है। राज्य में आज भी तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। बारिश और बादल फटने की घटनाओं के कारण हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बाढ़ और लैंडस्लाइड की दिक्कत है। राज्य की 282 सड़कें लैंडस्लाइड के कारण बंद हैं। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 182 सड़कें बंद हैं।

उत्तराखंड में कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। पहाड़ों का मलबा सड़कों पर आ गया है। उत्तराखंड के रामनगर में तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। मानसून के चलते जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व बंद किया गया है। यहां ऑपरेशन मानसून चलाया जा रहा है। हर रोज गश्त की जा रही है। ड्रोन, जीपीएस और मेटल डिटेक्टर से जांच की जा रही है।