प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 फरवरी को कश्मीर घाटी के लिए वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन करेंगे। इसी के साथ कश्मीर घाटी में रेल सेवा के 70 साल से भी अधिक पुराने सपने को पूरा किया जा सकेगा।
दुनिया की सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण पटरियों में से एक पर चलेगी वंदे भारत ट्रेन
जी हां, पीएम मोदी द्वारा कॉमर्शियल उद्घाटन के साथ, वंदे भारत ट्रेन भारत में अब तक बनी सबसे महत्वाकांक्षी रेलवे परियोजना और दुनिया की सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण पटरियों में से एक पर चलेगी।
चिनाब रेलवे ब्रिज इस सफर को बनाएगा और भी रोमांचक
जानकारी के लिए बताना चाहेंगे, उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना एक तकनीकी चमत्कार कहलाती है। दरअसल, इसमें न केवल भारत का पहला केबल-स्टेड अंजी खाद पुल जिसकी ऊंचाई 331 मीटर है आता है बल्कि चिनाब रेलवे ब्रिज भी शामिल है। चिनाब रेलवे ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज है, जो नदी तल से 359 मीटर ऊपर है। यह ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च ब्रिज भी है। यह इस सफर को और भी रोमांचक बनाते हैं।
दो दर्जन से अधिक छोटी-बड़ी सुरंगें यात्रा में बचाएगी समय
इसके अलावा उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक में दो दर्जन से अधिक छोटी और बड़ी सुरंगें शामिल हैं, जो वंदे भारत ट्रेन के लिए यात्रा को छोटा बनाती हैं, जिसे जलवायु-अनुकूल तकनीक के साथ डिजाइन किया गया है।
ट्रेन में मिलेंगी तमाम सुविधाएं
इसका एयर-ब्रेक सिस्टम शून्य से नीचे के तापमान में अधिकतम प्रभावकारिता के लिए अनुकूलित है। इस ट्रेन में पूरी तरह से वातानुकूलित कोच, स्वचालित प्लग डोर, मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, भोजन ऑर्डर करने की सुविधा और ड्राइवर की विंडशील्ड के लिए एक विशेष डिफ्रॉस्टिंग मैकेनिज्म सहित कई अन्य सुविधाएं होंगी।
घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच रेल संपर्क का सपना होगा साकार
सोनमर्ग सुरंग का उद्घाटन करते हुए, पीएम मोदी ने जम्मू और कश्मीर के लोगों से वादा किया था कि वह जल्द ही घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच रेल संपर्क के सपने को साकार करेंगे।
सभी मौसमों में रहेगा रेल संपर्क
सभी मौसमों में रेल संपर्क के साथ, वर्तमान जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को प्रभावित करने वाली जलवायु की अनिश्चितताएं अतीत की बात हो जाएंगी। कश्मीर घाटी के लिए ट्रेन पर्यटन, बागवानी, उद्योग, शिक्षा को बढ़ावा देगी और नागरिकों को भी लाभान्वित करेगी।
दिल्ली से श्रीनगर तक ट्रेन की यात्रा में लगेंगे महज 13 घंटे
इसके बाद दिल्ली से श्रीनगर तक ट्रेन की यात्रा में महज 13 घंटे लगेंगे। इसी के साथ कटरा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को उतरने की वर्तमान अनिवार्यता इस वर्ष अगस्त में समाप्त हो जाएगी। वहीं जम्मू में रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण और उन्नयन कार्य अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेन सेवा की आवश्यकताओं के अनुरूप पूरा हो जाएगा
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