छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने अपने राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री बघेल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद आज छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाल करने की घोषणा की। सीएम भूपेश बघेल ने बुधवार को बजट पेश किया। इस दौरान सीएम ने राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की घोषणा है।बता दें कि एक जनवरी 2004 और इसके बाद नियुक्त कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना यानी कि नेशनल पेंशन स्कीम की जगह अब पुरानी पेंशन योजना लागू होगी। कांग्रेस शासित दो राज्यों के इस एलान के बाद अब बीजेपी के राज वाले सूबों के कर्मचारी भी पुरानी पेंशन स्कीम की मांग तेज कर देंगे। पिछले महीने फरवरी में राजस्थान के अशोक गहलोत सरकार ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए अपने अधिकारियों कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का एलान किया था। छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारी पिछले काफी समय से भूपेश बघेल सरकार से पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग कर रहे थे। वहीं आमजन को राहत देते हुए किसी भी नए टैक्स को नहीं लाया गया है। वहीं टैक्स वृद्धि पर सुझाव देने के लिए वित्त विभाग में नया सेल बनाने की घोषणा जरूर की। बजट में पुरानी पेंशन योजना शुरू करना सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। नई पेंशन योजना 2004 से लागू हुई है। उसके बाद भर्ती हुए सरकारी कर्मचारियों की संख्या तीन लाख 30-40 हजार बताई जा रही है। ये कर्मचारी 2030-32 के बाद ही रिटायर होंगे। बता दें कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में भी पुरानी पेंशन की बहाली बड़ा मुद्दा था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान यूपी में पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का भी एलान किया था।