लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बुधवार को वह समय आ गया जब कांग्रेस पार्टी ने कोई बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले का कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता इंतजार भी कर रहे थे। आज से कांग्रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे का युग शुरू हो गया है। पिछले दिनों पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में खड़गे ने जीत हासिल की थी। आज दोपहर राजधानी दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में मल्लिकार्जुन खड़गे ने अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। इस मौके पर सोनिया गांधी, राहुल, प्रियंका मधुसूदन मिस्त्री और हरीश रावत समेत पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे। पदभार संभालने के कुछ घंटे बाद ही कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने बड़ा फैसला लेते हुए कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) को तत्काल प्रभाव से भंग करते हुए 47 सदस्यों की स्टीयरिंग कमेटी गठित कर दी। कांग्रेस कार्य समिति के सभी सदस्यों, महासचिव और प्रभारियों ने पार्टी के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
(खड़गे की गठित की गई इस कमेटी में केरल के सांसद शशि थरूर को जगह नहीं दी गई है, बता दें कि शशि थरूर पिछले दिनों हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मलिकार्जुन के खिलाफ प्रतिद्वंदी उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए थे। ) परंपरा के मुताबिक नए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के बाद सीडब्ल्यूसी भंग कर दी जाती है और पार्टी के कामकाज के संचालन के लिए सीडब्ल्यूसी की जगह स्टीयरिंग कमेटी बनाई जाती है। सीडब्लूसी कांग्रेस की सबसे बड़ी निर्णायक संस्था है लेकिन जब तक इसका गठन नहीं होगा सारे फैसले संचालन समिति के जरिए लिए जाएंगे। पार्टी के पूर्ण सत्र में सीडब्लूसी की घोषणा की जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे की की गई नई टीम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, अभिषेक मनु सिंघवी, एके एंटनी, अंबिका सोनी, आनंद शर्मा, जयराम रमेश, कुमारी शैलजा केसरी वेणुगोपाल मुकुल वासनिक रणदीप सिंह सुरजेवाला जितेन सिंह पी चिदंबरम ओमेन चंडी, पवन कुमार बंसल प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, राजीव शुक्ला, रजनी पाटिल, रघु शर्मा, शक्ति सिंह गोहिल, हरीश चौधरी, एचके पाटिल, जयप्रकाश अग्रवाल और केएच मुनियप्पा आदि नेताओं को जगह मिली है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे की सबसे बड़ी चुनौती गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव होंगे। अगले साल 2023 में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव की भी बड़ी जिम्मेदारी होगी। बता दें कि पदभार संभालने के बाद मलिकार्जुन खरगे ने भाजपा पर भी हमला बोला। भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत के नारे पर खड़गे ने कहा- अपने मुताबिक नया भारत बनाने के नाम पर वे कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का नारा देते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि जब तक कांग्रेस मौजूद हैं तब तक वे ऐसा नहीं कर सकते। हम ऐसा नहीं होने देंगे और इसके लिए लगातार लड़ाई जारी रखेंगे।