भारतवंशी 3 महिला वैज्ञानिकों ने ऑस्ट्रेलिया में देश का परचम लहराया है। भारत मूल की महिलाओं का ऑस्ट्रेलिया में STEM सुपरस्टर के तौर पर चयन हुआ है।
तीनों भारतवंशी इन महिलाओ का 60 वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों, इंजीनियरों और गणितज्ञों में नाम शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार STEM का उद्देश्य वैज्ञानिकों के बारे में समाज की लैंगिक धारणाओं को तोड़ना और महिलाओं और महिला व पुरुष की लैंगिक धारणा से इतर लोगों की सार्वजनिक दृश्यता में वृद्धि करना है। ‘द ऑस्ट्रेलिया टुडे’ के मुताबिक विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश का शीर्ष निकाय ‘साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑस्ट्रेलिया’ (एसटीए) विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में कार्यरत 60 ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञों को मीडिया की सुर्खियों में आने और सार्वजनिक आदर्श बनने के लिए समर्थन करता है।इस लिस्ट में नीलिमा कडियाला, डॉ. एना बाबूरमानी और डॉ. इंद्राणी मुखर्जी को शामिल किया गया है। STEM एक ऐसी मुहिम है जिसके जरिए समाज की लैंगिक धारणाओं को तोड़ने पर जोर दिया जाता है और महिला वैज्ञानिकों को आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस बार उन्हीं 60 वैज्ञानिकों में से तीन भारतीय मूल की महिला वैज्ञानिकों को भी मौका दे दिया गया है।