उत्तराखंड के माणा गांव में भारी बर्फबारी के कारण फंसे मजदूरों को बचाने के लिए आज भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हवाई सर्वेक्षण किया और मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू टीम से जानकारी ली। मौसम की स्थिति खराब होने के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है। सीएम धामी ने बचाए गए मजदूरों से मुलाकात की। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि माणा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान के क्रम में 14 अन्य श्रमिकों को भी सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। बाहर निकाले गए श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। गंभीर रूप से घायल 3 श्रमिकों को आर्मी चिकित्सालय, ज्योतिर्मठ में उपचार हेतु भेज दिया गया है। अभी तक कुल 47 श्रमिकों का सफल रेस्क्यू किया जा चुका है। फंसे हुए अन्य श्रमिकों को भी जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कार्य किया जा रहा है।माणा में ग्लेशियर हादसे वाली जगह से जो तस्वीर सामने उसमें सेना के जवान अपने कंधों पर ग्लेशियर में दबे मजदूरों को उठाकर ले जाते दिख रहे हैं। सभी फंसे हुए मजदूर एक प्राइवेट प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे थे।एवलांच में फंसे 55 मजदूरों में बिहार के 11, उत्तर प्रदेश के 11, उत्तराखंड के 11, हिमाचल प्रदेश के 7, जम्मू-कश्मीर के 1 और पंजाब के 1 मजदूर शामिल हैं। उत्तराखंड सरकार की ओर से जारी लिस्ट में 13 मजदूरों के नाम हैं, लेकिन उनका पता और मोबाइल नंबर नहीं है। बाकी मजदूरों की पूरी जानकारी है। उत्तराखंड के चमोली में 28 फरवरी को सुबह 7:15 बजे एवलांच आया। बर्फ का पहाड़ खिसका जिसकी चपेट में 55 लोग आ गए। कल रात 8 बजे तक 33 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया था। 14 लोगों को आज सुबह निकाला गया। 8 लोगों की तलाश जारी है।
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