अब जल्द ही उत्तर प्रदेश में ‘हाइड्रो फ्यूल बसें’ दौड़ती हुईं नजर आएंगी। योगी सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने इसकी पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली है। बता दें कि पिछले महीने अप्रैल में केंद्रीय सड़क परिवहन और भूतल मंत्री नितिन गडकरी दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास से हाइड्रो फ्यूल कार से बजट सत्र के दौरान संसद भवन पहुंचे थे। उसके बाद से ही पूरे देश भर में हाइड्रो फ्यूल के वाहनों को चलाने को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश को हाइड्रो फ्यूल से चलने वाली बसें मुहैया कराने पर बात हुई। दयाशंकर सिंह ने बताया की प्रदेश में हाइड्रो फ्यूल बसें जल्द चलेंगी। दयाशंकर सिंह ने बताया कि केंद्र की ओर से यूपी को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 10 बसें मिलेंगी। पहले चरण में आगरा-नोएडा के रूट से शुरुआत होगी। कुल 5 रूटों पर 2-2 बसें चलाने की योजना है। आपको बता दें कि सरकार की इस पहल का साथ देते हुए रिलायंस, टाटा और दूसरी सरकारी तेल कंपनियां हाइड्रोजन फ्यूल को काम में लाने लायक बनाने के लिए काम कर रही हैं। हाल ही में टाटा मोटर्स ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाली बस पेश की है। बता दें कि हाइड्रोजन ईंधन सेल बिजली पैदा करने के लिए हाइड्रोजन की रासायनिक ऊर्जा का उपयोग करता है। यह ऊर्जा का एक स्वच्छ रूप है जिसमें बिजली, गर्मी और पानी ही एकमात्र उत्पाद और उप-उत्पाद हैं। ईंधन सेल परिवहन से लेकर आपातकालीन बैक-अप पावर तक कई तरह के अनुप्रयोगों की पेशकश करते हैं, और पावर प्लांट जितना बड़ा या लैपटॉप जितना छोटा हो सकता है।
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