भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मौजूदा राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का आज सुबह 74 साल की आयु में राजधानी दिल्ली में निधन हो गया है। हरद्वार दुबे की निधन की जानकारी जैसे ही मिली भाजपा नेताओं में शोक की लहर दौड़ गई है। बेटे प्रांशु दुबे ने पिता के निधन की पुष्टि की है। राज्यसभा सदस्य हरद्वार दूबे 74 साल के थे। बीजेपी नेता के निधन पर शोक की लहर दौड़ गई। बेटे प्रांशु दुबे ने बताया कि रविवार को वे बिल्कुल ठीक थे। अचानक हार्ट में दर्द होने की शिकायत पर उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां कुछ देर बाद ही निधन हो गया। हरिद्वार दुबे के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताया है। आगरा के तमाम भाजपा नेताओं ने दुबे के निधन पर शोक श्रद्धांजलि दे रहे हैं। बता दें कि मूल रूप से बलिया के निवासी हरद्वार दुबे लंबे समय से आगरा की राजनीति में सक्रिय रहे। 1969 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री के रूप में छात्र राजनीति में कदम रखा। 1989 में छावनी से पहली बार चुनाव लड़ा और जीते। इसके बाद 1991 में उन्हें जीत मिली। इसके बाद उन्हें संस्थागत वित्त राज्यमंत्री बनाया गया। हालांकि 2005 में वह खेरागढ़ विधानसभा से उपचुनाव लड़े, जिसमें हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2011 में प्रदेश प्रवक्ता और 2013 में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। हरद्वार दुबे के परिवार में बेटा प्रांशु दुबे, पुत्रवधू उर्वशी, बेटी डा कृत्या दुबे, दामाद डॉ. शिवम और पौत्र दिव्यांश, पौत्री दिव्यांशी हैं। उनके भाई गामा दुबे भी वरिष्ठ बीजेपी नेता हैं। छावनी के दो बार के पूर्व विधायक और पूर्व राज्यमंत्री हरद्वार दुबे 2020 में राज्यसभा सदस्य बने थे। वे कल्याण सिंह सरकार में वित्त राज्य मंत्री रहे थे। सीतापुर, अयोध्या और शाहजहांपुर में आरएसएस के जिला प्रचारक रहे हैं।
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