उत्तर प्रदेश के मेरठ में शनिवार रात करीब 8:30 बजे एक दर्दनाक हादसा हो गया। उत्तराखंड के हरिद्वार से कांवड़ भर कर लौट रहे कांवड़ियों का डीजे हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। इससे उसमें करंट उतर आया और 5 कांवड़ियों की मौत हो गई। 16 लोग घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। कांवड़ियों ने घटना के विरोध में जाम लगा दिया है। हादसा थाना भावनपुर क्षेत्र के छिलौरा राली गांव में हुआ है। इस हादसे की सूचना पाकर मेरठ की कमिश्नर सेल्वा कुमारी और डीएम दीपक मीणा समेत तमाम पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मेरठ जिलाधिकारी दीपक मीणा ने 5 लोगों के मौत की पुष्टि की है। इस हादसे में बिजली विभाग के अधिकारियों के बड़ी लापरवाही बताया जा रहा है। घटना के बाद आक्रोशित कांवड़ियों ने सड़क पर जाम लगाकर जमकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए । पुलिस प्रशासन अधिकारियों ने जाम लगा रहे लोगों को शांत कराया।
अधिकारियों ने बताया कि मेरठ के भवनपुर के राली चौहान गांव में तीर्थयात्रियों की भीड़ पर एक हाई-टेंशन बिजली लाइन गिर गई। जिससे पांच कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए. लोग कांवड़ यात्रा की तैयारी कर रहे थे तभी हाई टेंशन तार भीड़ पर गिर गया। हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे शिव भक्त बताया कि कांवड़ गांव में एंट्री करते ही बिजली की वजह से एक दो घंटे बाहर खड़ी रही और जेई से बात की गई। फिर पता चला कि लाइन कट गई है लेकिन जैसे ही कांवड़ आगे चली तो कांवड़ में करंट उतरने लगा।
ट्रैक्टर ट्रॉली में करंट उतरने से कई लोग झुलस गए और कई की मौत हो गई। घायलों को इलाज के अस्पताल भेजा गया है। यह बच्चे राली चौहान गांव के ही रहने वाले हैं। इसके साथ ही एक युवक ने कहा कि कि 11 हजार की लाइन कांवड़ डीजे से टच होने से हादसा हुआ है और यह जेई की लापरवाही है। वहीं पुलिस ने इस हादसे को लेकर कहा राली चौहान गांव में हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे थे, 11 हजार की लाइन से उनका डीजे टकराया। बता दें कि 1 दिन पहले शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और प्रमुख सचिव सूचना संजय प्रसाद ने मेरठ दिल्ली हाईवे पर कांवरियों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया था।