दिनांक:- 15 जनवरी 2024
🌺 आज का पंचांग 🌺
दिन:- सोमवार
युगाब्दः- 5125
विक्रम संवत- 2080
शक संवत -1945
अयन – सौम्यायन (उत्तरायण)
गोल – याम्यायण (दक्षिण गोल)
ऋतु – शिशिर
काल (राहु)- पूर्व दिशा
मास – पौष
पक्ष – शुक्ल पक्ष
तिथि- चतुर्थी
नक्षत्र – शतभिषा
योग – व्यतिपात
करण- भद्रा
दिशा शूल- पूर्व दिशा में
🌞सूर्योदय:- 6:45
🌑सूर्यास्त:- 5:29
🌞पाक्षिक सूर्य- उ.षा. नक्षत्र में
🌺आज का व्रत व विशेष:- मकर संक्रांति, तिल संक्रांति, माघ स्नान आरंभ व पंचक (भदवा) समाप्ति गुरुवार प्रातः 8:15 ।
🌻🌸 सांस्कृतिक कोष🌸🌻
क्षीरोद सागर का देवता और असुरों ने मिलकर मंथन किया था ।
🌚 राहु काल:- प्रातः के 8:06 से 9:26 बजे तक ।
🌺🌼सुविचार🌼🌺
अपना पूरा समय खुद को बेहतर बनाने में लगाना चाहिए क्योंकि अब रिश्ते इंसान से नहीं पैसों से बनने लगे हैं ।
15 जनवरी का राशिफल—–
मेष
आज का दिन आपका अच्छा रहेगा। आज किसी काम को लेकर बाहर की यात्रा आदि में जाना पड़ सकता है। स्वास्थ्य आपका ठीक रहेगा। व्यापार- व्यवसाय में कोई नई डील पार्टनरशिप आज हो सकती है। परिवार में मांगलिक कार्य के योग बनेंगे। कोई नया मेहमान परिवार में आ सकता है।
वृषभ
आज का दिन आपका सामान्य रहेगा। सोचे हुए कार्य पूर्ण होंगे। स्वास्थ्य में कुछ उतार-चढ़ाव बना रहेगा। परिवार में मांगलिक कार्य के योग बनेंगे। व्यापार-व्यवसाय में आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। किसी बात को लेकर परिवार में मतभेद की स्थिति निर्मित होगी।
मिथुन
आज के दिन आप अपने परिवार के साथ कहीं बाहर घूमने जा सकते हैं। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। कोई नया कार्य शुरू कर सकते हैं। परिवार में मांगलिक कार्य के योग बनेंगे। कोई नया वाहन मकान आदि आजकल ही सकते हैं।
कर्क
आज का दिन आपका बहुत अच्छा रहने वाला है। आप किसी विशेष कार्य को लेकर बाहर की यात्रा पर जा सकते हैं। न्यायालय पक्ष में विजय प्राप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय में आय के नए स्रोत बनेंगे। परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा। कोई बड़ा डिसीजन आज परिवार के हित में आप ले सकते हैं।
सिंह
आज का दिन उतार चढाव वाला रहेगा। अपने स्वास्थ्य के कारण आप परेशान रहेंगे। मानसिक तनाव से परेशान रहेंगे। वाहन आदि संभालकर कर चलाएं, अन्यथा चोट लग सकती है। पत्नी व परिवार से मतभेद हो सकते हैं। किसी परिचित का दुखद समाचार मिलेगा। व्यवसाय में पार्टनर से धोखा मिल सकता है।
कन्या
आज आप अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। खानपान पर नियंत्रण रखें। बाहर यात्रा आदि पर जाएं, तो वाहन का उपयोग संभालकर करें। व्यापार-व्यवसाय में आज आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। किसी करीबी के कारण आपके हाथ से बड़ा ऑफर निकल सकता है। पत्नी के स्वास्थ्य में गिरावट आयेगी।
तुला
आज आप किसी बहुत पुराने मित्र से मिल सकते हैं, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। कोई रुका हुआ कार्य आज आपका पूर्ण होगा। किसी विशेष व्यक्ति से आज आप मिल सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में लाभ के योग बनेंगे। आप के मान-सम्मान में वृद्धि होगी। कोई नया वाहन आदि खरीद सकते हैं।
वृश्चिक
आज का दिन आपके लिए अच्छा रहने वाला है। बहुत दिन से जिस कार्य का सोच रहे हैं, किसी विशेष व्यक्ति के माध्यम से आज आपका कार्य पूर्ण होगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में आर्थिक लाभ होगा। कोई नई कार्य योजना बनेगी। परिवार में अपनों का सहयोग प्राप्त होगा। पत्नी से मतभेद दूर होंगे।
धनु
आज आप किसी नए कार्य की शुरुआत या पार्टनरशिप करना चाहते हैं, तो अपने पार्टनर के बारे में सही जानकारी होने पर ही कोई बड़ा निर्णय लें, नहीं तो नुकसान संभव है। व्यापार-व्यवसाय में आज किसी को उधार देना नुकसानदायक रहेगा। आज पत्नी से मतभेद हो सकते हैं। बच्चों की पढ़ाई की चिंता बनी रहेगी। स्वास्थ्य को लेकर परिवार में आर्थिक खर्च बढ़ सकता है।
मकर
आज आप कोई नया वाहन खरीद सकते हैं। साथ ही स्वास्थ्य में आज आपको लाभ महसूस होगा। व्यापार-व्यवसाय में सहयोगियों का सहयोग मिलेगा। कोई बड़ा काम कार्यक्षेत्र में आज मिल सकता है। नौकरी वर्ग वालों को पदोन्नति मिल सकती है। परिवार में माहौल शानदार रहेगा। परिवार के लोगों के साथ आप बाहर कहीं जा सकते हैं।
कुंभ
आज का दिन आपका बहुत अच्छा रहेगा। सोचे हुए कार्य पूर्ण होंगे। वाहन आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। साथ ही मौसम के चलते बीमार पड़ सकते हैं, लेकिन व्यापार-व्यवसाय में आप को बड़ी सफलता आज मिल सकती है। आपका रुका हुआ कार्य फिर से शुरू हो सकता है। कोई बड़ी साझेदारी कार्यक्षेत्र में हो सकती है। परिवार में मांगलिक कार्य होंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा।
मीन
आज आप जिस कार्य के विषय में प्रयासरत हैं, वह कार्य आज बिगड़ सकता है। विरोधी वर्ग आपके कार्यक्षेत्र में आपको परेशानी पहुंचा सकते हैं। साथ ही आपके सहयोगी लोगों से बाद में बात हो सकती है। व्यापार में गिरावट महसूस होगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। परिवार में मतभेद संपत्ति को लेकर हो सकते हैं।
आज है मकर संक्रांति, पढ़िए पौराणिक कथा…
मकर संक्रांति का पर्व आज मनाया जा रहा है। पंचांग के अनुसार इस दिन पौष मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन सूर्य का राशि परिवर्तन होगा और धनु राशि से सूर्य देव निकल कर मकर राशि में आ जाएंगे। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर सूर्य देव की आराधना की जाती है। इसके साथ ही मकर संक्रांति के दिन, दान- पुण्य भी किया जाता है। आज से ही शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है। चलिए जानते हैं मकर संक्रांति की पौराणिक कथा…
पौराणिक कथा
मकर संक्रांति की पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान सूर्यदेव धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं, इसलिये यह कहा जाता है कि मकर में प्रवेश कर सूर्यदेव अपने पुत्र से मिलने जाते हैं।
राजा सगर ने अश्वमेघ यज्ञ का अनुष्ठान किया और अपने अश्व को विश्व –विजय के लिये छोड़ दिया। इंद्र देव ने उस अश्व को छल से कपिल मुनि के आश्रम में बांध दिया। जब कपिल मुनि के आश्रम में राजा सगर के साठ हज़ार पुत्र युद्ध के लिये पहुंचे और उनको अपशब्द कहा, तब कपिल मुनि ने श्राप देकर उन सबको भस्म कर दिया। राजकुमार अंशुमान, राजा सगर के पोते, ने कपिल मुनि के आश्रम में जाकर उनकी विनती की और अपने बंधुओं के उद्धार का मार्ग पूछा। तब कपिल मुनि ने बाताया कि इनके उद्धार के लिये गंगा जी को धरती पर लाना होगा।
राजकुमार अंशुमान ने प्रतिज्ञा की, कि उनके वंश का कोई भी राजा चैन से नहीं रहेगा जब तक गंगा जी को धरती पर ना ले आये। उनकी प्रतिज्ञा सुनकर कपिल मुनि ने उन्हें आशीर्वाद दिया। राजकुमार अंशुमान ने कठिन तप किया और उसी दौरान अपनी जान दे दी। भागीरथ, राजा दिलीप के पुत्र और अंशुमान के पौत्र थे।
राजा भागीरथ ने कठिन तप करके गंगा जी को प्रसन्न किया और उन्हें धरती पर लाने के लिये मना लिया। उसके पश्चात, भागीरथ ने भगवान शिव की तपस्या की जिससे कि महादेव, माँ गंगा को अपनी जटा में रख कर, वहां से धीरे-धीरे माँ गंगा के जल को धरती पर प्रवाहित करें। भागीरथ की कठिन तपस्या से महादेव प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर दिया। इसके बाद माँ गंगा, महादेव की जटा में समाहित होकर धरती के लिये प्रवाहित हुईं। भागीरथ, माँ गंगा को रास्ता दिखाते हुए कपिल मुनि के आश्रम गये, जहां पर उनके पूर्वजों की राख उद्धार के लिये प्रतीक्षारत थी।
माँ गंगा के पावन जल से भागीरथ के पूर्वजों का उद्धार हुआ। उसके बाद माँ गंगा सागर में मिल गयीं। जिस दिन माँ गंगा, कपिल मुनि के आश्रम पहुंचीं, उस दिन मकर संक्रांति का दिन था। इस कारण से मकर संक्रांति के दिन श्रद्धालु गंगासागर में स्नान करने और कपिल मुनि की आश्रम के दर्शन करने के लिये एकत्रित होते हैं।
मकर संक्रांति के दिन ही भगवान विष्णु ने असुरों का अंत किया था एवं उन असुरों के सिरों को मंदार पर्वत में दबा दिया था। इस तरह से यह मकर संक्रांति का दिन बुराइयों और नकारात्मकता को ख़त्म करने का दिन कहा गया है।