आज विश्व हिंदी दिवस धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्व भर में हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के लिए जागरूकता फैलाना है। हाल के वर्षों में विश्व के तमाम देशों में हिंदी के प्रति रुझान तेजी के साथ रहा है। आज विश्व हिंदी दिवस के मौके पर देश में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हर साल 10 जनवरी को दुनियाभर में विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। पहली बार नागपुर में 10 जनवरी 1975 को विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधि। शामिल हुए थे। उसके बाद भारत के बाहर मॉरिशस, यूनाइटेड किंगडम, त्रिनिदाद, अमेरिका आदि देशों में भी विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए साल 2006 में प्रति वर्ष 10 जनवरी को हिन्दी दिवस मनाने की घोषणा की थी। बता दें कि विश्व हिंदी दिवस 2023 की थीम इस साल की हिंदी दिवस की थीम है ‘हिंदी को जनमत की भाषा बनाना, बगैर उनकी मातृभाषा की महत्ता को भूले। हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से ही हर वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस भी आयोजित किया जाता है। अक्सर लोगों को इन दोनों दिनों को लेकर भ्रम रहता है। पहले तो यह जान लें कि राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है जबकि विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को आयोजित होता है। विश्व हिंदी दिवस भाषा के वैश्विक प्रचार पर केंद्रित है, जबकि हिंदी दिवस विशेष रूप से भारत में हिंदी की मान्यता पर केंद्रित है। संविधान सभा ने हम सबको यह संवैधानिक और प्रशासनिक उत्तरदायित्व सौंपा है कि हम संविधान के अनुच्छेद 343 और 351 के अनुसार राजभाषा हिंदी का अधिकतम प्रयोग करते हुए प्रचार प्रसार बढ़ाएं। अनुच्छेद 351 के अनुसार संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह हिंदी का प्रसार बढ़ाए, उसका विकास करे।