महाराष्ट्र में हजारों किसानों का जत्था विभिन्न मांगों को लेकर मुंबई की ओर बढ़ रहा, 5 साल पहले भी सड़कों का दिखाई दिया था ऐसा नजारा - Daily Lok Manch PM Modi USA Visit New York Yoga Day
July 26, 2025
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राष्ट्रीय

महाराष्ट्र में हजारों किसानों का जत्था विभिन्न मांगों को लेकर मुंबई की ओर बढ़ रहा, 5 साल पहले भी सड़कों का दिखाई दिया था ऐसा नजारा

महाराष्ट्र की सड़कों पर 5 साल पहले जैसा नजारा एक बार फिर दिखाई दे रहा है। नासिक जिले के आसपास के हजारों किसान विभिन्न मांगों को लेकर 2 दिन पहले सोमवार को मुंबई के लिए रवाना हुए हैं। ‌ नासिक के करीब 10 हजार किसानों का जत्था भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) की अगुआई में मुंबई में प्रदर्शन करने के लिए पैदल चलकर आ रहा है। सोमवार को नासिक के डिंडोरी से शुरू हुआ यह पैदल मार्च करीब 203 किलोमीटर लंबे सफर के बाद मुंबई के आजाद मैदान में प्रदर्शन के साथ खत्म होगा। बुधवार शाम तक ये किसान मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर तक पहुंच चुके हैं। किसानों के इस पैदल मार्च के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें कई किलोमीटर लंबी किसानों की रैली सड़क पर रेंगते सांप जैसी दिखाई दे रही है।


किसानों की महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार से यह हैं मांगे–



प्याज को MSP भाव के दायरे में लाकर सरकारी दाम घोषित किए जाएं।

प्याज उत्पादकों को तत्काल 600 रुपये प्रति कुंतल की आर्थिक राहत मिले.सरकार नैफेड के माध्यम से 2000 रुपये प्रति कुंतल पर प्याज की खरीद करे।

किसानों को कृषि के लिए रोजाना 12 घंटे की अबाधित बिजली सप्लाई दी जाए।

कृषि कर्ज माफ हों और प्राकृतिक आपदा से फसल क्षति पर तत्काल मुआवजा मिले।

बरसों से वनभूमि जोत रहे आदिवासियों को 4 हेक्टेयर तक की जमीन पर मालिकाना हक मिले।

किसान सोयाबीन, कपास और तुअर दाल के गिरते दामों पर रोक लगाने की भी मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पहले ही कह चुके हैं कि प्याज के ज्यादा उत्पादन के कारण किसानों को सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं. इसके चलते उन्होंने प्याज उत्पादकों को 300 रुपये प्रति कुंतल की आर्थिक राहत दिए जाने का ऐलान भी कर रखा है। मुख्यमंत्री ने पैदल मार्च निकाल रहे किसानों से बातचीत करने के लिए अपने दो कैबिनेट मंत्रियों दादा भूसे और अतुल सावे को तैनात किया है। मंत्रियों और किसानों के बीच मंगलवार को मीटिंग होनी थी, लेकिन कुछ कारणों के कारण यह आयोजित नहीं हो सकी। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्षी दलों ने किसानों के इस पैदल मार्च का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरा है। नेता विपक्ष अजीत पवार और भाकपा विधायक विनोद निकोले ने सदन में कहा कि सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए। इसके जवाब में कैबिनेट मंत्री दादा भूसे ने कहा कि किसानों के साथ वे मीटिंग करेंगे और उनकी 14 मांगों को कानूनी दायरे में पूरा करने की कोशिश करेंगे।


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