इस साल अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान कोई परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह ने आज राजधानी दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव और केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों व विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अमरनाथ यात्रा में आने वाले यात्रियों का दर्शन सुगम हों और उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े, ये मोदी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अमरनाथ यात्रियों के आवागमन, ठहरने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य समेत सभी आवश्यक सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। ‘
बैठक में जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव ने कहा कि पहली बार हर अमरनाथ यात्री को एक आरआईएफडी (RIFD) कार्ड दिया जाएगा और पांच लाख रुपये का बीमा किया जाएगा। इस कार्ड के सहारे यात्री की गाड़ियां या यात्री कहां है इसकी जानकारी मिल सकेगी। यात्रा के लिए टेंट सिटी, यात्रा मार्ग पर वाईफाई हॉटस्पॉट और समुचित प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी, साथ ही बाबा बर्फानी के ऑनलाइन लाइव दर्शन, पवित्र अमरनाथ गुफा में सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण और बेस कैंप में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा’। गृह मंत्री ने खुफिया और सुरक्षा प्रमुखों को स्पष्ट निर्देश दिया कि अमरनाथ यात्रा के लिए जितने भी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की जरूरत हो उन्हें यात्रा के दौरान तैनात किया जाए। जिससे यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की घटनाओं का सामना न करना पड़े। गृह मंत्री अमित शाह ने यह बैठक आज दो चरणों में आयोजित की।