मौजूदा समय में कई बड़ी कंपनियां अपने-अपने कर्मचारियों को अब अधिक सहूलियत देने लगी हैं। कंपनियों का मानना है जब हम अपने कर्मचारियों का पूरा ध्यान रखेंगे तभी वह और बेहतर कार्य कर सकेंगे। कोरोना महामारी शुरू होने के बाद दुनियाभर की कंपनियों के प्रबंधन की सोच में बदलाव आने लगा है। अब कंपनी अपने कर्मचारियों को अनावश्यक तनाव देना नहीं चाहती हैं। यह खबर उन कर्मचारियों के लिए भी बहुत अच्छी है जो दिन में ऑफिस में लंच करने के बाद नींद या झपकी लेते हैं। अब इस कंपनी के ऑफिस में दोपहर में आपकी नींद में कोई नहीं डालेगा खलल। हमारे देश में एक कंपनी ने एक अनूठी पहल शुरू की है। इस कंपनी ने अपने दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भोजन के बाद दिन में आधे घंटे नींद लेने के आदेश जारी कर दिए हैं। वैसे अभी तक ऐसी व्यवस्था किसी भी कंपनी में नहीं है। इस आदेश के बाद दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों में खुशी का माहौल है। आइए जानते हैं इस कंपनी के बारे में। बता दें कि इस कंपनी का नाम है स्टार्टअप वेकफिट सॉल्युशन है । वेकफिट सॉल्यूशन सोने का सामान ही बनाती है। कंपनी के सह-संस्थापक चैतन्य रामालिंगेगौड़ा ने एलान किया कि अब कर्मचारी दोपहर में दो बजे से लेकर ढाई बजे के बीच एक झटपट नींद ले सकेंगे। चैतन्य ने दोपहर की नींद से संबधित स्टडी का भी हवाला दिया। को-फाउंडर ने मेल में लिखा कि रिसर्च के मुताबिक, दोपहर की नींद लेने से इंसान की मेमॉरी, कंसंट्रेशन, क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में मदद करती है। उन्होंने नासा और हार्वर्ड की स्टडी का हवाला देते हुए कहा कि नासा के एक स्टडी से पता चलता है कि 26 मिनट की कैटनैप 33% तक परफॉर्मेंस को अच्छी कर सकती है, जबकि हार्वर्ड स्टडी से पता चलता है कि नींद लेने से आपको थकान नहीं होती है। उन्होंने कहा दोपहर में सोने से परफॉरमेंस बेहतर होता है और प्रोडक्टिविटी भी अच्छी रहती है। वेकफिट सॉल्युशन स्टार्टअप कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक मेल जारी किया है, जिसमें कहा गया कि वो दोपहर के वक्त आधे घंटे की नींद ले सकते हैं। जिसके बाद कंपनी के कर्मचारियों में खुशी का माहौल है। बता दें कि आज दुनिया की कई बड़ी ग्लोबल कंपनी ऐसी हैं जो अपने कर्मचारियों को कई सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट आदि कंपनियां हैं जो अपने कर्मचारियों के हितों का पूरा ध्यान रखती हैं। कोरोना संकटकाल और लॉकडाउन में कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (घर से काम करना) की भी सहूलियत दी थी। आज भी लाखों कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम ही कर रहे हैं। इसके साथ कई कंपनियां कर्मचारियों को अवकाश के साथ रेस्ट भी खूब दे रहीं हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियों का मानना है कि कर्मचारियों पर दबाव नहीं रहेगा तो वह और बेहतर काम कर सकते हैं।