11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भारत समेत पूरी दुनिया भर में धूमधाम के साथ मनाया गया। शनिवार, 21 जून को योग दिवस पर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देशवासी योग के रंग में रंगे नजर आए। इस बार योग दिवस उत्तराखंड के लिए बहुत ही खास रहा। देश की प्रथम नागरिक महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में योग किया । उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ यह आध्यात्म के लिए भी दुनिया भर में पहचानी जाती है। अब देवभूमि “योगभूमि” के नाम से भी जानी जाएगी। स्वास्थ्य सबसे बड़ी संपदा है। योग एक ऐसी अध्यात्मिक क्रिया है जो हमारे शरीर मन और आत्मा को परिमार्जित करके हमें ईश्वर के साथ जोड़ती है। पूरे विश्व ने आज योग के महत्व को स्वीकार किया है। देवभूमि के नागरिकों ने भी अब योग को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बना लिया है। उत्तराखंड के लोगों ने संकल्प ले लिया है कि खुशहाल और स्वस्थ रहने के लिए हर रोज करेंगे। शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग नगरी ऋषिकेश, हरिद्वार, राजधानी देहरादून से लेकर भराड़ीसैंण समेत पुरी देवभूमि योगमय नजर आई । इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए धामी सरकार ने कई दिनों से पूरी तैयारी की हुई थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को भराड़ीसैंण, गैरसैंण स्थित विधानसभा परिसर में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण एवं 8 देशों के डेलिगेट्स के साथ योग किया। योग कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने योग नीति पर आधारित पुस्तिका का विमोचन करते हुए राज्य में योग नीति का औपचारिक शुभारंभ भी किया। उन्होंने “एक वृक्ष, योग के नाम” कार्यक्रम के अंतर्गत विधानसभा परिसर में सेब का पौधा भी लगाया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा हम राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में दो नए नगर बसाने जा रहे हैं, जो योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य की विशेष पहचान स्थापित करेंगे। जिसमें सम्पूर्ण विश्व से वेलनेस के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े ग्रुप्स, आध्यात्मिक गुरुओं, संस्थानों को यहां आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ योग और अध्यात्म की भूमि भी है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से राज्य सरकार ने देश की पहली योग नीति 2025 को राज्य में लागू किया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देवभूमि उत्तराखंड से निकला योग आज पूरी दुनिया में अपनाया जा रहा है। आज विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर स्वस्थ एवं संतुलित समाज के निर्माण में सहभागी बने।
धामी सरकार ने उत्तराखंड को योग-वैलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने शुरू की तैयारी-
योग नीति उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। जिसके तहत प्रदेश में योग एवं ध्यान केंद्र विकसित करने पर अधिकतम 20 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। प्रदेश में योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने हेतु 10 लाख रुपए तक के अनुदान का प्रावधान भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार का संकल्प है कि 2030 तक राज्य में पांच नए योग हब की स्थापना की जाए और मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग हमारे मन, आत्मा और शरीर के बीच पूर्ण सामंजस्य स्थापित करता है। योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ मानव जीवन को आंतरिक शांति, मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक स्थिरता प्रदान करता है। योग के विभिन्न आसनों और प्राणायाम से शरीर और मन को तनाव से मुक्त कर सकते हैं। योग मन की एकाग्रता बढ़ाने के साथ जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, भारत में मैक्सिको के राजदूत फेडेरिको सालास, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख रिकार्डो डेनियल डेलगाडो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद शर्मा, भारत में सूरिनाम के राजदूत अरुणकोमर हार्डियन, भारत में मंगोलिया के राजदूत डंबाजाविन गैंबोल्ड, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड ऑफ मिशन मार्क्स डीतॉन्स, भारत के श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, रूसी दूतावास में प्रथम सचिव क्रिस्टिना अनानीना एवं तृतीय सचिव कैटरीना लज़ारेवा, विधायक अनिल नौटियाल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला, सचिव दीपेन्द्र कुमार चौधरी, चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे। विधायक अनिल नौटियाल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला, सचिव दीपेन्द्र कुमार चौधरी, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।वही,उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में भी योग दिवस पर बड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए। बद्रीनाथ धाम में जहां तीर्थ पुरोहित और पुजारी समेत आईटीबीपी के जवानों ने योग किया। तो वही केदारनाथ धाम भी योगमय नजर आया। यहां भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और पुजारी ने योग कर बड़ा संदेश दिया।उत्तराखंड के सभी मंत्री, विधायक भी अपने-अपने क्षेत्र में योग करते नजर आए। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने उधम सिंह नगर जिले के पंतनगर यूनिवर्सिटी में योगाभ्यास किया। तो कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य और सौरभ बहुगुणा भी देहरादून में योग करते नजर आए।
पूरा देश योग के रंग में रंगा, देशवासियों ने किया योगाभ्यास
हर साल 21 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। भारत समेत दुनिया भर में योग दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया । इस बार “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” थीम के साथ दुनिया भर में योग दिवस मनाया गया। योग डे भारत से निकलकर विश्व के कोने-कोने में पहुंच चुका है। यह दिवस भारत समेत दुनिया के 191 देशों में धूमधाम के साथ मनाया गया। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कश्मीर से कन्याकुमारी तक अलग नजर दिखाई दिया। क्या आम और क्या खास सभी योग के रंग में रंगे नजर आए। राजधानी दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, पुणे, नागपुर, लखनऊ, शिमला, कानपुर, पटना, जयपुर, चंडीगढ़, अहमदाबाद, पणजी, बेंगलुरु, जम्मू, श्रीनगर भोपाल और मैसूर समेत का शायद ही कोई ऐसा छोटा बड़ा शहर होगा जहां योग न किया गया हो। योग गुरु बाबा रामदेव ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ योगाभ्यास किया। भाजपा के तमाम केंद्रीय मंत्री और सांसद विभिन्न शहरों में योग करते हुए नजर आए। भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी ने अपने संसदीय क्षेत्र मथुरा में योग किया। देवभूमि उत्तराखंड में इस बार योग दिवस बहुत ही व्यापक पैमाने पर मनाया जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी राजधानी देहरादून स्थित पुलिस लाइन में योगाभ्यास किया। कार्यक्रम में शामिल राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मंत्री सुबोध उनियाल ने भी योग किया। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उत्तराखंड का क्षेत्र योग और अध्यात्म का केंद्र रहा है। विश्व भर में योग अभ्यास किया जा रहा है। योग विश्व की पूरी जनसंख्या के लिए लाभकारी होगा। साल 2015 से योग दिवस मनाया जाता है। योग के अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता के तमाम उदाहरण हैं। योगाभ्यास व्यक्ति के शरीर मन को जोड़ने के साथ ही स्वस्थ बनाता है। यही नहीं, योग एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से जोड़ने के साथ ही एक देश को दूसरे देश से जोड़ने का काम भी कर रहा है। योग की शिक्षा किसी भी संप्रदाय या पंथ से जुड़ी हुई नहीं है। वहीं योग नगरी ऋषिकेश और हरिद्वार में भी हजारों लोगों ने योग किया। राजधानी देहरादून में भी सभी वर्गों में योग करने के लिए उत्साह देखा गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में योगाभ्यास किया। इसके साथ सेना के जवानों ने भी जम्मू कश्मीर से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में योग किया।
पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में योग कर देशवासियों को इससे जुड़ने का किया आह्वान–
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापट्टनम में योग किया। प्रधानमंत्री के साथ 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया। पीएम मोदी ने कहा- आज योग करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी ब्रेल में योग शास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलिंपियाड में भाग लेते हैं। पीएम ने कहा कि साथियों दुर्भाग्य से दुनिया तनाव, अशांति और अस्थिरता से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में यह स्थितियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऐसे समय में योग हमें शांति का रास्ता दिखाता है। योग उस ‘पॉज बटन’ की तरह है जिसकी इंसानियत को जरूरत है, ताकि हम रुक सकें, सांस ले सकें, संतुलन बना सकें और फिर से खुद को पूर्ण महसूस कर सकें। पीएम ने कहा कि भारत विश्व में योग के प्रसार के लिए योग के साइंस को आधुनिक रिसर्च से विस्तृत कर रहा है। हम योग के क्षेत्र में प्रमाण आधारित थेरेपी को भी बढ़ावा दे रहे हैं। इस दिशा में दिल्ली एम्स ने सराहनीय काम किया है। पीएम ने कहा कि योग को सिर्फ पर्सनल प्रेक्टिस न बनाएं बल्कि ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बनाएं। योग को लोकनीति का हिस्सा बनाएं। जब जनता लक्ष्य को थाम लेती है तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता। आपके प्रयास यहां इस आयोजन में नजर आ रहे हैं। ‘मी टु वी’ का भाव भारत की आत्मा का साथ है।आज ‘हील इन इंडिया’ का मंत्र भी दुनिया में काफी पॉपुलर हो रहा है। भारत बेस डेस्टिनेशन बन रहा है। योग की इसमें बड़ी भूमिका है। योग के लिए कॉमन प्रोटोकाल बनाया गया है।
Uttarakhand उत्तराखंड की धरती अब देवभूमि के साथ “योगभूमि” भी बनेगी, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पीएम मोदी और सीएम धामी ने देशवासियों को स्वस्थ शरीर, स्वस्थ मन का दिया संदेश
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