बुधवार को हाईकमान ने भाजपा की संसदीय बोर्ड (BJP parliamentary board meeting) और केंद्रीय चुनाव समिति का एलान किया था। इन दोनों संस्था में पार्टी के दिग्गज नेता केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जगह नहीं दी गई है। बता दें कि भाजपा की “संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति सबसे पावरफुल संस्था होती हैं”। इन दोनों संस्था में सदस्य बड़े फैसलों के साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव समेत आदि बड़े फैसले लिए जाते हैं। संसदीय बोर्ड में भाजपा की पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज के स्थान पर सुधा यादव को बनाया गया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शिवराज सिंह चौहान समेत आदि दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़ते हुए सुधा यादव संसदीय बोर्ड में स्थान पाने में सफल रहीं हैं। उसके बाद ही सुधा भाजपा में चर्चा में बनी हुई हैं। आइए जानते हैं कौन हैं सुधा यादव जो भाजपा हाईकमान की उम्मीदों पर खरी उतरी हैं। बता दें कि बीजेपी के संसदीय बोर्ड में एक सीट महिला सदस्य के लिए रिजर्व है। साल 2014 में अमित शाह ने बीजेपी अध्यक्ष रहते हुए संसदीय बोर्ड का गठन किया था, जिसमें सुषमा स्वराज सदस्य थी। अगस्त 2019 में सुषमा स्वराज का निधन होने के चलते पद रिक्त था और अब उनकी जगह हरियाणा से आने वाली सुधा यादव को पार्टी ने संसदीय बोर्ड में जगह दी है। सुधा यादव हरियाणा के रेवाड़ी की रहने वाली हैं और वर्तमान में वह भाजपा की राष्ट्रीय सचिव हैं और ओबीसी मोर्चा की प्रभारी रह चुकी हैं। इस तरह सुषमा स्वराज के रिप्लेस्मेंट के तौर पर सुधा यादव की एंट्री दी गई है।