उत्तराखंड के जोशीमठ में कई दिनों से जारी दहशत ने आपदा प्रबंधन, प्रशासन और राज्य सरकार की नींद उड़ा दी है। इसके साथ यहां पर रहने वाले हजारों लोगों में दहशत का माहौल है। बता दें कि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 287 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जोशीमठ में दीवारें धंस रही है पहाड़ दरक रहे हैं। कई घरों में दरारें लोगों को डरा रही हैं। इस वजह से जोशीमठ और आसपास खौफ का माहौल बढ़ रहा है। बता दें कि गढ़वाल का जोशीमठ एक ऐसा टाउन है जो कि विश्व प्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम से करीब 50 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इसके साथ जोशीमठ से कई मार्गों का रास्ता भी होकर गुजरता है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जोशीमठ के कई इलाकों में लैंडस्लाइड और दरकती दीवारों की वजह से लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं। जो अपने घर में रह रहे हैं, उन लोगों को पूरी रात नींद नहीं आ रही। जिनके घरों में दरारें आ चुकीं हैं या जमीन का हिस्सा धंस गया है, वो लोग अपना आशियाना छोड़कर पलायन कर चुके हैं।


जोशीमठ में लगातार हो रहे धंसाव को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार 6 जनवरी की शाम को देहरादून सचिवालय स्थित हाई लेवल की मीटिंग की। बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने संबंधित अधिकारियों से जोशीमठ की स्थितियों की विस्तृत जानकारी ली। जिसमें मुख्य रूप से सचिव आपदा प्रबंधन, आयुक्त गढ़वाल मंडल और जिलाधिकारी से सीएम ने जोशीमठ की जानकारी ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तत्काल प्रभाव से सुरक्षित स्थान पर एक बड़ा अस्थायी पुनर्वास केंद्र बनाया जाए। ताकि जोशीमठ शहर के लोगों को वहां पर शिफ्ट कराया जा सके बैठक में सीएम धामी को अधिकारियों की तरफ से जानकारी दी गई है कि जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र में 600 से ज्यादा घरों में दरारें आई हैं। इसके अलावा अभी तक 38 परिवारों को अस्थाई रूप से सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है।

क्षेत्र में कई इलाकों में लगातार दरारें बढ़ रही है। ऐसे में जल्द ही बड़ी संख्या में जरूरतमंद परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। बेघर हुए परिवारों को चार हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाएगा, ताकि वो किराए पर सुरक्षित स्थानों में रह सकें। वहीं दूसरी ओर जोशीमठ मामले में केंद्र सरकार ने कमेटी का गठन कर दिया है जिसमें 6 सदस्य शामिल होंगे। मीटिंग के बाद सीएम धामी ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर भी देते हुए कहा कि सचिवालय में जोशीमठ में हो रहे भू-धसाव से संबंधित बैठक में आयुक्त गढ़वाल मण्डल, सचिव आपदा प्रबंधन एवं जिलाधिकारी चमोली से ग्राउंड रिपोर्ट लेकर अतिशीघ्र सुरक्षित स्थान पर एक बड़ा अस्थायी पुनर्वास केंद्र बनाने व डेंजर जोन को तत्काल खाली करवाने हेतु निर्देशित किया। संबंधित अधिकारियों को भी प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
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