ऑस्ट्रेलिया में भारतीय क्रिकेट टीम की टी-20 वर्ल्ड कप में हार के बाद पहले ही संभावना जताई जा रही थी कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई बड़ा बदलाव कर सकता है। कयास तो यह लगाए जा रहे थे कि टीम इंडिया में कोई बड़ा फेरबदल होगा लेकिन बीसीसीआई ने शुक्रवार रात, 18 नवंबर को चौंकाते हुए टीम इंडिया के मुख्य सिलेक्शन कमेटी को ही बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यानी कि बर्खास्त कर दिया गया है। इसी के साथ बीसीसीआई ने टीम इंडिया की नई सिलेक्शन कमेटी के लिए भी आवेदन मांगें हैं। बीसीसीआई के किए गए इस बड़े फैसले के बाद अब टीम इंडिया में भी बड़े बदलाव की संभावना बढ़ गई है। भारतीय क्रिकेट टीम में लंबे समय से कोई बड़ा इवेंट भी नहीं जीता है । हटाए गए लोगों में चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा के अलावा हरविंदर सिंह, सुनील जोशी और देवाशीष मोहंती कमेटी में थे। इनमें से कुछ 2020 तो कुछ 2021 में सिलेक्टर बने थे।
भारत टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद टीम चयन पर भी कई तरह के सवाल उठे थे। साथ ही चहल को प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिलना, पार्ट टाइम गेंदबाजों की कमी और पावरप्ले के दौरान स्लो बैटिंग जैसे मुद्दे भी छाए रहे। भारत ने आखिरी बार 2013 में एमएस धोनी के नेतृत्व में कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीता था। उसके बाद से उसे खिताब का इंतजार है। 24 दिसंबर 2020 को बीसीसीआई की सीनियर पुरुष चयन समिति का एलान हुआ था। तब चेतन शर्मा को इसका प्रमुख बनाया गया था। सीनियर राष्ट्रीय चयनकर्ता का कार्यकाल अमूमन चार साल का होता है और उसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। चेतन शर्मा ने भारत के लिए 23 टेस्ट और 65 वनडे मैच खेले थे। चेतन शर्मा ने टेस्ट में 61, जबकि वनडे इंटरनेशनल में 67 विकेट चटकाए। साल 1987 के वर्ल्ड कप में चेतन शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ यादगार हैट्रिक ली थी।
बीसीसीआई ने शुक्रवार को राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के लिए 5 आवेदन मांगे हैं। आवेदन करने वाले खिलाड़ियों से बीसीसीआई ने कुछ नियम भी बनाए हैं। आवेदन करने वाले खिलाड़ी कम से कम 7 टेस्ट 30 फर्स्ट क्लास क्रिकेट या फिर 10 वनडे और 20 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेले हो। इसके अलावा खिलाड़ी कम से कम 5 साल पहले संन्यास लिया हो। वहीं अगर कोई व्यक्ति 5 सालों तक किसी क्रिकेट समिति का सदस्य रहा हो तो वह सेलेक्शन कमेटी का आवेदन नहीं कर सकता है। इसके लिए आखिरी तारीख 28 नवंबर है। बीसीसीआई अब स्प्लिट कप्तानी पर विचार कर रहा है। ऐसे में तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान बनाए जा सकते हैं। यह भी हो सकता है कि वनडे और टेस्ट की कप्तानी रोहित संभालते रहें जबकि टी20 की कप्तानी किसी और को दे दी जाए। हार्दिक पांड्या को इसके लिए तैयार किया जा सकता है। वह फिलहाल न्यूजीलैंड दौरे पर हैं जहां टीम इंडिया को सीमित ओवरों की सीरीज खेलनी है। हार्दिक इस दौरे पर टी20 फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी संभाल रहे हैं जबकि वनडे में यह जिम्मेदारी शिखर धवन संभालेंगे।