दो दिन पहले 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान जंग के मुहाने पर आ गए हैं। आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए मोदी सरकार कुछ बड़ा करने जा रही है। वहीं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का एक और चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें हमलावरों की बर्बरता साफ देखी जा सकती है। जिसमें आतंकी निहत्थे सैलानियों पर गोलियां बरसाते दिख रहे हैं। आतंकी खुलेआम लोगों को निशाना बना रहे हैं। हमले के विरोध में दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भी प्रदर्शन हुआ। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया है। इस वीडियो में हमले का भयावह मंजर कैद हो गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ आतंकी पहलगाम के एक पर्यटन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने पर्यटकों पर हमला कर दिया। वीडियो में चीख और पुकार सुनी जा सकती है। पहलगाम पर हुए आतंकी हमले से पूरे देश भर में आक्रोश कम नहीं हो रहा है। पहलगाम में हुए आतंकी अटैक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी। एक दिवसीय दौरे पर आज बिहार पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़े शब्दों में आतंकियों और पाकिस्तान को चेतावनी दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में कई परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। उन्होंने बिहार के लोगों को 13,480 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की कई सौगातें दीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिहार की धरती से मैं पूरी दुनिया से कहता हूं, भारत हर आतंकवादी और उसके सरपरस्त को पहचानेगा, खोजेगा और सजा देगा। इस दौरान पीएम मोदी ने पहलगाम के मृतकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ऊं शांति, शांति, शांति बोलकर पहलगाम के मृतकों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवादियों को सजा मिलकर रहेगी। किसी भी हालत में इन्हें नहीं बख्शा जाएगा। जिन्होंने यह हमला किया है उन आतंकियों और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी, सजा मिलकर के रहेगी। अब आतंकियों की बची खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।उन्होंने बता दिया है कि आतंकी और उसे सपोर्ट करने वाले मिट्टी में मिलेंगे। मोदी के तेवर से साफ है कि इस बार सैन्य कार्रवाई से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की ऐतिहासिक धरती से पूरे देश और दुनिया को एक कड़ा संदेश दिया। इस भाषण में सिर्फ संवेदना नहीं थी, चेतावनी थी। एक राष्ट्र सेवक 140 करोड़ देशवासियों के मन के गुस्से को बयान कर रहा था। उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया लेकिन आतंकवादियों और उनके आकाओं को साफ चेतावनी दे डाली- भारत हर एक आतंकी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा और उन्हें सज़ा देगा। हम उनका पीछा धरती के आखिरी छोर तक करेंगे। आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। आका कौन हैं ये समझना मुश्किल नहीं है। कल कैबिनेट कमिटी ऑन सेक्युरिटी की बैठक के बाद ये साफ हो गया है कि आका कौन है। पीएम के मिट्टी में मिलाने वाले बयान से साफ है कि भारत सैन्य कार्रवाई से नहीं हिचकेगा। हो सकता है उरी और पुलवामा के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक से बड़ी सजा इस बार मिले। तैयारी शुरू हो चुकी है। कल की बैठक में अमित शाह के साथ एस जयशंकर और सुपर स्पाई अजित डोभाल भी मौजूद थे। आम तौर पर कैबिनेट कमिटी ऑन सेक्योरिटी की बैठक साउथ ब्लॉक में होती है लेकिन इस बार मोदी के घर पर हुई। ऐसा ही बालाकोट स्ट्राइक के पहले हुआ था. आज होम मिनिस्ट्री में रॉ और आईबी के अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक हुई है। शाम को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सभी दलों के नेताओं से मिलेंगे जिसमें अमित शाह पहलगाम को लेकर सभी जानकारी साझा करेंगे।
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी में मोदी सरकार ने पाकिस्तान को लेकर लिए कड़े फैसले
भारत सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लिया। 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की बैठक हुई, जिसमें पांच बड़े फैसले लिए गए। पहला, सिंधु जल समझौता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया। दूसरा, अटारी-वाघा बॉर्डर को आम आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया। तीसरा, पाकिस्तानी नागरिकों का भारत में वीजा रद्द कर 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया। चौथा, पाकिस्तानी उच्चायुक्त को दिल्ली से वापस भेजा गया। पांचवां, भारत ने अपने दूतावास कर्मचारियों को पाकिस्तान से वापस बुलाने का फैसला किया. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमले में क्रॉस-बॉर्डर टेरर लिंक पाए गए हैं, जो पाकिस्तान की भूमिका की ओर इशारा करते हैं।