पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के छावला दुष्कर्म मर्डर कांड मामले में तीनों आरोपियों को रिहा कर दिया था। मृतक युवती उत्तराखंड के पौड़ी की थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को द्वारा पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए ऐलान किया था। सोमवार 21 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने छावला दुष्कर्म हत्याकांड और आरोपियों को बरी किए जाने के मामले को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात की। राजधानी में छावला दुष्कर्म व हत्या के मामले में उपराज्यपाल सक्सेना ने तीन आरोपियों को बरी करने के खिलाफ दिल्ली सरकार द्वारा एक पुनर्विचार याचिका दायर करने की मंजूरी दे दी है। अब सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता इस सनसनीखेज मामले में सरकार का पक्ष रखेंगे। गौरतलब है कि फरवरी 2012 में दिल्ली के छावला में हुए दुष्कर्म व हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बीते 7 नवंबर को इस गैंगरेप के 3 दोषियों को बरी कर दिया था, जबकि पहले हाईकोर्ट और निचली अदालत ने इन्हें फांसी की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने कहा था कि अभियोजन पक्ष पर्याप्त सबूत पेश नहीं कर पाया।