भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज ग्राहकों को झटका दिया है। आरबीआई ने इस साल भी रेपो रेट बढ़ाने का एलान किया है। बुधवार 7 दिसंबर को आरबीआई की बैठक में गवर्नर शशिकांत दास ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की जा रही है। इसके बाद रेपो रेट बढ़कर 6.25 फीसदी पर आ चुका है. शक्तिकांत दास ने बताया कि एमपीसी के 6 सदस्यों में से 5 ने बहुमत से रेपो रेट को बढ़ाने का पक्ष लिया और इसके बाद आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। आरबीआई ने लगातार पांचवीं बार ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है।आपको बता दें कि इसस पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से 4 बार ब्याज दरों में इजाफा किया जा चुका है। इस साल केंद्रीय बैंक ने 4 मई को रेपो रेट में 0.4 प्रतिशत, 8 जून को 0.5 प्रतिशत, 5 अगस्त को 0.5 प्रतिशत और 30 सितंबर को 0.5 प्रतिशत की वृद्धि की है।
RBI के रेपो रेट बढ़ाने (Repo Rate Hike) से एक तरह तो आपको लोन की ईएमआई (EMI) बढ़ेगी, वहीं, दूसरी तरह आपके लिए घर-कार खरीदना भी महंगा हो जाएगा. रेपो रेट (Repo Rate) वह दर है, जिस पर आरबीआई (RBI) बैंकों को लोन देता है । इसलिए अगर रेपो रेट में बढ़ोतरी होती है तो लोन की ब्याज दर भी बढ़ जाती है। जबकि इसके विपरीत रेपो रेट में कटौती से लोन की ब्याज दर भी कम हो जाती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि रेपो रेट में बढ़ोतरी का सीधा असर आपके जेब पर किस तरह पड़ने वाला है। रेपो रेट के बढ़ने से आपके होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan), पर्सनल लोन (Personal Loan) की ईएमआई (EMI) बढ़ने वाली है। इसके अलावा ऑटो लोन और दूसरे अन्य तरह के सभी लोन महंगे हो जाएंगे। अगर किसी व्यक्ति ने पहले 5.90% की दर पर बैंक से लोन लिया था तो उसे अब नई ब्याज दर से ईएमआई भरना होगा। ऐसे में अब पहले की तुलना में उसे अपने लोन पर अधिक ईएमआई चुकाना पड़ेगा।