यहां देखें वीडियो 👇
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज साढ़े 4 महीने बाद पहली बार जैकेट में दिखाई दिए हैं। अभी तक वह भारत जोड़ो यात्रा के दौरान टी-शर्ट में ही दिखाई दे रहे थे। राहुल गांधी का कड़ाके की सर्दी में भी टी-शर्ट पहनकर बाहर जोड़ो यात्रा में चल रहे थे। राहुल गांधी का ठंड में जैकेट न पहनना चर्चा में बना हुआ था। राहुल गांधी के टीशर्ट पहनने पर उनकी बहन और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अपने भाई का बचाव करते हुए विपक्ष के नेताओं को जवाब दिया था। बता दें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू कश्मीर में प्रवेश कर चुकी है।
शुक्रवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की आज जम्मू-कश्मीर के कठुआ से औपचारिक शुरुआत हुई। राहुल ने हल्की बूंदा-बादी के बीच यात्रा शुरू की गई। इस दौरान बारिश से बचने के लिए राहुल गांधी एक काले रंग की जैकेट पहने नजर आए। इस यात्रा के दौरान यह पहली बार है कि राहुल गांधी ने टी शर्ट के ऊपर कोई और कपड़ा पहना है। कड़ाके की ठंड में भी राहुल का केवल टी शर्ट पहनना एक मुद्दा बन गया था। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शिवसेना के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता संजय राउत भी दिखाई दिए। भारत जोड़ो यात्रा जम्मू के लखनपुर से होते हुए कठुआ, हीरानगर, बनिहाल टनल होते हुए कश्मीर घाटी तक जाएगी। वह श्रीनगर में 30 जनवरी को एक विशाल रैली के साथ यात्रा का समापन करेंगे। इस यात्रा में राहुल के साथ नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, सीपीएम नेता यूसुफ तारिगामी भी जुड़ेंगे। राहुल गांधी गुरुवार शाम को ही लखनपुर पहुंच गए थे। यहां उन्होंने महाराजा गुलाब सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हाथ में मशाल लेकर उनका स्वागत किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने बहुत दुख देखे हैं। मैं यहां के लोगों का दुख-दर्द बांटने आया हूं। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले मेरा परिवार जम्मू-कश्मीर में रहता था। जिस धरती पर मेरा परिवार रहता था, वहां मैं पैदल चलकर जा रहा हूं। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। पिछले 125 से अधिक दिनों में यह यात्रा देश के 10 राज्यों के 52 से अधिक जिलों से गुजरती हुई जम्मू कश्मीर के कठुआ पहुंची है। इस यात्रा को साढ़े तीन हजार से किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करनी है। यह यात्रा जम्मू कश्मीर के श्रीनगर पहुंचकर खत्म होगी।