विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने उनके उत्कृष्ट राजनेता होने और प्रभावशाली वैश्विक नेतृत्व के लिए देश के राष्ट्रीय सम्मान ‘द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया।
पुरस्कार स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “घाना के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित होना मेरे लिए बहुत गर्व और सम्मान की बात है… मैं राष्ट्रपति महामा, घाना सरकार और घाना के लोगों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ। मैं 1.4 बिलियन भारतीयों की ओर से विनम्रतापूर्वक यह सम्मान स्वीकार करता हूँ।”
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं यह पुरस्कार हमारे युवाओं की आकांक्षाओं, उनके उज्ज्वल भविष्य, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं तथा भारत और घाना के बीच ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित करता हूं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्य और परंपराएं उनकी साझेदारी को और मजबूत बनाती रहेंगी। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार भारत और घाना के बीच दोस्ती को और मजबूत करता है और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की उन पर नई जिम्मेदारी डालता है। उन्होंने विश्वास जताया कि उनकी ऐतिहासिक राजकीय यात्रा साझेदारी को नई गति देगी।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि भारत युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए एक कौशल विकास केंद्र स्थापित करेगा तथा दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की व्यापक योजना के तहत घाना के ‘फीड घाना’ कार्यक्रम को समर्थन देगा।
राष्ट्रपति महामा के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत घाना के साथ कृषि, शिक्षा, रक्षा, स्वास्थ्य सेवा और डिजिटल भुगतान सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज हमने घाना के लिए आईटीईसी और आईसीसीआर छात्रवृत्ति को दोगुना करने का फैसला किया है। युवाओं की व्यावसायिक शिक्षा के लिए कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के लिए काम किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “कृषि क्षेत्र में, हम राष्ट्रपति महामा के ‘फ़ीड घाना’ कार्यक्रम के साथ सहयोग करके खुश होंगे। जन औषधि केंद्र के माध्यम से, भारत घाना के नागरिकों को सस्ती और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का प्रस्ताव करता है। हमने वैक्सीन उत्पादन में सहयोग पर भी चर्चा की।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अगले पांच वर्षों में घाना के साथ व्यापार को दोगुना करने तथा वित्तीय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए अपनी डिजिटल भुगतान प्रणाली भारत यूपीआई को साझा करने की योजना बना रहा है।
राष्ट्रपति महामा ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया और कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक मैत्री को प्रतिबिंबित करती है।
महामा ने कहा, “यह यात्रा घाना और भारत के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंधों का प्रमाण है, जो घाना के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. क्वामे नक्रूमा और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के दूरदर्शी नेतृत्व पर आधारित है, साथ ही यह हमारे लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए हमारे दोनों बहन देशों के बीच मित्रता और सहयोग के निरंतर बढ़ते बंधन का भी प्रमाण है।”
यह 30 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की घाना की पहली यात्रा है। इस यात्रा से भारत-घाना साझेदारी को और मजबूत बनाने और अफ्रीका तथा वैश्विक दक्षिण के साथ नई दिल्ली की निरंतर भागीदारी का संकेत मिलने की उम्मीद है।