इसी महीने 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने प्रचार के लिए पूरा जोर लगा रखा है। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक में ताबड़तोड़ जनसभाएं, रैली और रोड शो कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस से अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने प्रचार की कमान संभाल रखी है। मंगलवार को कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही थी। कांग्रेस के इस घोषणापत्र पर भाजपा हमलावर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दक्षिण कर्नाटक के मुदबिदरी में बजरंगबली की जय के नारे के साथ कांग्रेस पर जमकर सियासी तीर छोड़े। कर्नाटक में मतदान होने में 6 दिन का समय बचा है ऐसे में अब भगवान बजरंगबली पर भाजपा और कांग्रेस के बीच जमकर सियासी घमासान मचा हुआ है। भाजपा ने अब कर्नाटक में बजरंगबली का मुद्दा जोर-शोर से उठा लिया है। पीएम मोदी ने कहा कि जब पूरी दुनिया भारत के विकास और लोकतंत्र की बात कर रही है। कांग्रेस दुनिया भर में घूम रही है और भारत को उल्टी दिशा में ले जा रही है और उसके लोकतंत्र के खिलाफ बातें कर रही है।
कांग्रेस आपका वोट इसलिए चाहती है, क्योंकि वो बीजेपी की योजनाओं को, यहां के लोगों के विकास के लिए हुए कामों को पलटना चाहती है। इस दौरान उन्होंने ‘भारत माता की जय और बजरंग बली की जय’ का नारा लगाया। पीएम मोदी ने छह बार बजरंगबली के जोश और तेज आवाज में नारे लगाए। मोदी ने कहा कि मैं शान्ति और सद्भावना का सन्देश देने वाले सभी मठों, तीर्थंकरों और संतों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। आज जिस ‘सबका साथ और सबका विकास’ का मंत्र लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं उसमें सभी संतों की ही प्रेरणा है।
पीएम मोदी ने कहा, हमारा प्रयास है कि कर्नाटक औद्योगिक विकास में नंबर-1 बने, हमारी कोशिश है कि कर्नाटक कृषि विकास में नंबर-1 बने, हमारा लक्ष्य है कि कर्नाटक स्वास्थ्य और शिक्षा में नंबर-1 बने। लेकिन कांग्रेस चाहती है कि दिल्ली में जो उनका शाही परिवार बैठा है वह उस परिवार के लिए कर्नाटक को एटीएम नंबर 1 बनाना चाहती है। जो जीवन में पहली बार वोट देने जा रहे हैं वो कर्नाटक का भविष्य तय करने जा रहे हैं। पहली बार वोट देने जाने वाले मेरे बेटे-बेटियों आपको अगर अपना करियर बनाना है, अपने मन का काम करना है तो यह कांग्रेस के रहते संभव नहीं होगा। कर्नाटक में अगर अस्थिरता रही तो आपका भाग्य भी अस्थिर रहेगा। कांग्रेस कर्नाटक में शांति की दुश्मन है, वह विकास की दुश्मन है, कांग्रेस आतंक के आकाओं को बचाती है और तुष्टिकरण को बढ़ावा देती है।