प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। आज सुबह करीब 10 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचने पर पीएम मोदी का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने 1780 करोड़ रुपए की 28 परियोजनाओं की सौगात दी। प्रधानमंत्री ने कैंट-गोदौलिया पैसेंजर रोपवे की आधारशिला रखी। उन्होंने वन वर्ल्ड टीबी समिट को संबोधित किया। वाराणसी में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में ‘वर्ल्ड टीबी डे समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मुझे विश्वास है, टीबी जैसी बीमारी के खिलाफ हमारे वैश्विक संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा देगी। उन्होंने कहा कि भारत अब वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, “मेरे लिए ये बहुत खुशी के बात है कि ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ काशी में हो रही है। सौभाग्य से मैं काशी का सांसद भी हूं। काशी नगरी शाश्वत धरा है जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है। काशी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, जब सबका प्रयास होता है, तो नया रास्ता भी निकलता है। उन्होंने कहा कि प्रयास से रास्ता निकलता है। आज देश में 10-12 साल के बच्चे भी टीवी के खिलाफ जंग को आगे बढ़ा रहे हैं, ऐसे कई बच्चे हैं जिन्होंने अपना पिगी बैंक छोड़कर टीवी मरीजों को अडाप्ट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज केंद्र में जो सरकार है, यूपी में जो सरकार है वो गरीब की चिंता करने वाली सरकार है, गरीब की सेवा करने वाली सरकार है। आप लोग भले ही प्रधानमंत्री बोले, सरकार बोले, लेकिन मोदी तो खुद को आपका सेवक ही मानता है। 2014 से पहले बैंकों में खाता खोलने में भी पसीने छूट जाते थे, बैंकों से ऋण लेना तो गरीब परिवार सोच भी नहीं सकता था। आज गरीब से गरीब परिवार के पास भी जनधन बैंक खाता है। उसके हक का पैसा। सरकारी मदद आज सीधे बैंक खाते में आती है.’पीएम मोदी ने कहा, ‘हर महीने 50 लाख से अधिक लोग बनारस आ रहे हैं। बनारस आने वाले लोग अपने साथ बनारस के हर परिवार के लिए आय के साधन ला रहे हैं। यहां आने वाले पर्यटक रोजगार और स्वरोजगार के साधन बना रहे हैं। रोड हो, पुल हो, रेल हो, एयरपोर्ट हो, कनेक्टिविटी के तमाम नए साधनों ने काशी आना-जाना बहुत आसान कर दिया है, लेकिन अब हमें एक कदम और आगे बढ़ना है। अब जो ये रोप-वे यहां बन रहा है, इससे काशी की सुविधा और आकर्षण दोनों बढ़ेगा। पीएम मोदी ने कहा, ‘काशी के विकास की चर्चा आज पूरे देश और दुनिया में हो रही है। जो भी काशी आ रहा है वो यहां से नई ऊर्जा लेकर जा रहा है। आज काशी में पुरातन और नूतन दोनों स्वरूपों के दर्शन एक साथ हो रहे हैं। मुझे देश-विदेश में मिलने वाले लोग बताते हैं कि वो किस तरह विश्वनाथ धाम के पुनर्निर्माण से मंत्रमुग्ध हैं।

आज बनारस का लंगड़ा आम, गाजीपुर की भिंडी, जौनपुर की मूली लंदन और दुबई के बाजारों तक पहुंच रही है। जितना ज्यादा एक्सपोर्ट होता है, उतना ज्यादा पैसा किसानों के पास पहुंचता है। विकास का जो रास्ता हमने चुना है, उसमें सुविधा भी है और संवेदना भी है। आज यहां पीने के पानी से संबंधित कई परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है। आज केंद्र और यूपी की सरकार गरीब की चिंता करने वाली सरकार है। गरीब की सेवा करने वाली सरकार है। मोदी खुद को आपका सेवक ही मानता है। इसी सेवाभाव से मैं यूपी की और देश की सेवा कर रहा हूं। काशी में सरकार की योजनाओं का हजारों लोगों को लाभ मिल रहा है। 2014 से पहले लोग बैक से कर्ज लेने के बारे में नहीं सोचते थे। 2014 से पहले का वह समय याद करें, जब बैंक में खाता खुलवाने में पसीना छूट जाता था। ऋण लेने के बारे में तो आम आदमी सोच ही नहीं पाता था।
अब ऐसा नहीं है। पशुपालक और किसान से लेकर रेहड़ी पटरी वाले भी बैंक से लोन लेकर अपना काम कर रहे हैं। हमारा प्रयास यही है कि देशी की आज़ादी के अमृत काल में हर भारतीय का योगदान हो। रोप-वे की आधारशिला रखते समय पीएम ने कहा कि आज बनारस की सुख सम्रद्धि में एक और अध्याय जुड़ रहा है। यहां पब्लिक ट्रासंपोर्ट का शिलान्यास हुआ है। करोड़ों की अन्य सौगात मिली है जिसमे जनता के लिए बहुत से प्रोजेक्ट शामिल हैं। अब बनारस को एक और विश्व स्तरीय संस्था मिल रही है। आज काशी के विकाश की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। आज काशी के विकास पर जो लोगों को संशय था, उसको गलत साबित किया। आज पुरातन और नूतन रूप एक साथ दिखता है। कैंट और विश्वनाथ धाम की दूरी बहुत कम होगी, कैंट से गोदौलिया के बीच जाम कम होगा। यहां दूसरे राज्यों और आस पास के जिलों से भी दूसरे काम से आते हैं। लेकिन जाम के कारण घूमने नहीं आते। ऐसे लोगों को रोपवे से बहुत फायदा होगा, कैंट के ऊपर इसका स्टेशन होगा, जिससे इसका लाभ मिलेगा सब वहीं मिलेगा। बता दें कि यह देश का पहला रोपवे पब्लिक ट्रांसपोर्ट है। रोपवे कैबिन में 11 लोगों के बैठने की सुविधा है। रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक रोपवे पहले चरण में रोपवे की लंबाई 3.8 किलोमीटर है। यह सड़क से 50 मीटर ऊपर चलेगा । रोपवे में कुल 150 केबल कार या ट्रॉलियां हैं। हर डेढ़ से 2 मिनट पर यात्रियों के लिए ट्रॉली मिलेगी। रोपवे का संचालन रोजाना 16 घंटे तक होगा, एक घंटे में एक दिशा में 3000 लोग कर सकेंगे यात्रा, 6000 लोग दोनों दिशा से एक घंटे में आ-जा सकेंगे। पूरे दुनिया में दो ही देशों में अभी तक यह रोपवे पब्लिक ट्रांसपोर्ट चल रहे हैं। साल 2014 में बोलीविया में रोपवे पब्लिक ट्रांसपोर्ट की शुरुआत हुई थी। उसके बाद साल 2021 में मैक्सिको की राजधानी मैक्सिको सिटी सिटी में रोपवे पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू किया गया।