देश के खिलाड़ियों को पिछले कई दिनों से राष्ट्रीय खेल पुरस्कार की घोषणा का इंतजार था। आखिरकार बुधवार शाम इन पुरस्कारों का एलान कर दिया गया । इस साल खेल पुरस्कारों में टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों का जलवा रहा। ओलिंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा सहित 11 खिलाड़ियों का नाम साल 2021 के मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड देने के लिए एलान किया गया है। इनमें पांच पैरा एथलीट्स भी शामिल हैं। पिछले साल 5 खिलाड़ियों को खेल रत्न अवॉर्ड के चुना गया था। नीरज के अलावा इस लिस्ट में रवि दहिया (कुश्ती), पीआर श्रीजेश (ह़ॉकी), लवलिना बोरगोहेन (बॉक्सिंग), सुनील छेत्री (फुटबॉल), मिताली राज (क्रिकेट), प्रमोद भगत (पैरा बैडमिंटन), सुमित अंटिल (पैरा बैडमिंटन), अवनि लेखरा (पैरा शूटिंग), कृष्णा नागर (पैरा बैडमिंटन) और एम नरवाल (पैरा शूटिंग) के नाम मौजूद हैं। कमेटी ने 35 खिलाड़ियों के नाम अर्जुन पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किए हैं। इन 35 खिलाड़ियों में क्रिकेटर शिखर धवन और नोएडा के डीएम सुहास एलवाई का नाम भी शामिल है। पिछले साल पांच खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया जबकि 2016 रियो खेलों के बाद चार खिलाड़ियों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया था। टोक्यो पैरालंपिक (24 अगस्त से पांच सितंबर) में हिस्सा लेने वाले पैरा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी विचार करने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा में विलंब किया गया। बता दें कि खेल पुरस्कार समारोह हर साल 29 अगस्त को आयोजित किया जाता था, लेकिन इस साल देरी की गई है। सरकार खिलाड़ियों के चयन में टोक्यो ओलिंपिक और पैरालिंपिक में खिलाड़ियों के प्रदर्शन को भी शामिल करना चाहती थी। खेल रत्न देश में सबसे बड़ा खेल अवॉर्ड है। पहले यह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर था। मोदी सरकार ने हाल ही में इसका नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड कर दिया था। गौरतलब है कि खेल रत्न अवॉर्ड की शुरुआत 1991-92 से हुई थी। पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद को पहला खेल रत्न अवॉर्ड दिया गया था। 2020 तक 43 खिलाड़ियों को इस अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है।
अर्जुन अवॉर्ड पाने वाले खिलाड़ी यह हैं—
योगेश कथूरिया, निषाद कुमार, प्रवीण कुमार, शरद कुमार, सुहास एलवाई ( नोएडा के डीएम हैं), सिंघराज अधाना, भाविना पटेल, हरविंदर सिंह, शिखर धवन, पुरुष हॉकी टीम के सभी खिलाड़ी (श्रीजेश को छोड़कर, उन्हें खेल रत्न के लिए चुना गया है। बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में भारत का सबसे शानदार प्रदर्शन रहा था। भारत ने इस बार भारत कुल 7 मेडल जीते थे। इनमें से एक गोल्ड मेडल भी शामिल है। पैरालंपिक खेलों की बात करें तो इस बार भारत ने रिकॉर्ड 19 मेडल जीते। इसमें से 5 स्वर्ण पदक थे।