पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की बेरहमी से हत्या के बाद पूरा देश गुस्से में है। इस गर्म माहौल में सबसे अधिक हैरान हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने किया। ओवैसी ने पाकिस्तान पर हमला करने को लेकर मोदी सरकार का पूरा समर्थन किया है। “ओवैसी ने कहा कि इस बार पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) पर कब्जा कर लो यह क्षेत्र हमारा है।”
भारतीय राजनीति के मुस्लिम चेहरा बने ओवैसी ने न सिर्फ पाकिस्तान पर हमला बोला, बल्कि पाकिस्तानी नेताओं के बेशर्म बयानों का करारा जवाब दिया। पहलगाम आतंकी हमले से पहले तक असदुद्दीन ओवैसी भारतीय राजनीति में मुसलमानों के नुमाइंदे के तौर पर पहचाने जाते रहे। उनके विरोधी उन पर सांप्रदायिक और विभाजनकारी होने का आरोप लगाते रहे हैं। हाल ही वक्फ संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान संसद में उन्होंने बिल की कॉपी फाड़कर गुस्से इजहार किया था। अपनी जनसभाओं में जब वह हैदराबादी लहजे में नरेंद्र मोदी और बीजेपी को सीधी चुनौती देते हैं, तो मुसलमान तालियां पीटते हैं। पहलगाम हमले के बाद उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया और भारत में हिंदू-मुसलमान में विभाजन की नापाक कोशिश को नाकाम कर दिया। ओवैसी ने राष्ट्रवादी लहजे में जिस तरह अपनी आवाज बुलंद की, उसके सामने कई हिंदू नेता फीके पड़ गए।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को खुली छुट दे दी है और उन्हें अपने हिसाब से टारगेट सेट करने की छूट है।
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने इंटरनेशनल बॉर्डर की कई चौकियां खाली कर दी है और अपने झंडे से पोस्ट से उतार लिए हैं। इस बीच हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान के खिलाफ कोई कार्रवाई हो रही है, तो उसे ठोस और निर्णायक होना चाहिए।
ओवैसी ने कहा, “बीजेपी कहती है ‘घर में घुस के मारेंगे’, तो अगर इस बार कार्रवाई कर रहे हैं, तो ‘घर में घुस के बैठ जाना’। ये संसद का प्रस्ताव है कि गुलाम कश्मीर हमारा हिस्सा है। अगर यह बात सरकार मानती है, तो फिर उसे जमीनी स्तर पर दिखना भी चाहिए। बार-बार टेररिस्ट अटैक नहीं होना चाहिए। यह भारतीय संसद का संकल्प है कि पीओके हमारा है। सभी विपक्षी दल सरकार से कह रहे हैं कि आतंकवाद का खात्मा होना चाहिए।
वहीं पहलगाम हमले के बाद भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन ले रहा है। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी कीमत पर आतंकवादियों को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी आतंकी को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा कि आतंकवाद को जड़ समेत उखाड़ फेकेंगे। आतंकियों को चुन चुनकर मारेंगे। आतंक पर सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। उन्होंने कहा कि हमला करने वाले आतंकी नहीं बचेंगे। आतंकवाद के खात्मे तक ये लड़ाई जारी रहेगी। दरअसल, दिल्ली में बोडो आंदोलन के नेता उपेंद्रनाथ ब्रह्मा की विरासत को सम्मानित करने के लिए सड़क और प्रतिमा के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने एक सभा को संबोधित किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज मैं जनता से कहना चाहता हूं कि हम 90 के दशक से कश्मीर में आतंकवाद चलाने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर मजबूती से लड़ रहे हैं। आज वो (आतंकवादी) ये न सोचें कि उन्होंने हमारे नागरिकों की जान लेकर लड़ाई जीत ली है। मैं आतंक फैलाने वालों से कहना चाहता हूं कि ये लड़ाई खत्म नहीं हुई है, हर शख्स को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि आतंकी गतिविधियों में शामिल हर व्यक्ति को चुन चुनकर जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह नरेंद्र मोदी की सरकार है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इस देश के हर इंच से आतंकवाद को उखाड़ फेंकना हमारा संकल्प है और इसे पूरा किया जाएगा।