भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए नवजोत सिद्धू ने आखिरकार अब एक बार फिर से पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। वैसे उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। सिद्धू एक ऐसे नेता रहे जिनका पंजाब में सक्रिय राजनीति में उतरने के बाद पूरा कार्यकाल विवादों से भरा रहा। सिद्धू पहले पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से टकराए, फिर उसके बाद नए मुख्यमंत्री बने चरणजीत सिंह चन्नी से दो-दो हाथ करते रहे। इस विधानसभा पंजाब में कांग्रेस की हार के बाद गांधी परिवार में नवजोत सिंह सिद्धू की पटकथा लिख दी थी। आज सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से त्याग पत्र दे दिया है। अब बड़बोले नेता सिद्धू एक और नए सियासी सफर की तलाश में जुट गए हैं। पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी हाईकमान ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। मंगलवार को उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोदियाल फिर देर शाम उत्तर प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इस्तीफा दे दिया था। बुधवार पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी प्रदेश अध्यक्ष के पद से त्यागपत्र दे दिया ।5 राज्यों में मिली हार के बाद कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफे की मांग की थी। नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर इस्तीफे की जानकारी दी। नवजोत सिद्धू ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष की इच्छा के मुताबिक मैं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। सिद्धू ने अपने इस्तीफे में सिर्फ 17 शब्दों लिखे हैं। इसमें पंजाब में चुनाव में मिली हार का भी कोई जिक्र नहीं किया गया। बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव में अमृतसर ईस्ट से सिद्धू बुरी तरह हार गए।
