उत्तराखंड के पहाड़ों की गोद में बसा शांत मालदेवता और सहस्त्रधारा अचानक कुदरत के कहर से चीख उठा। सहस्त्रधारा की वादियों में बारिश कहर बनकर बरस रही है। बादल फटा तो सिर्फ पानी नहीं बरसा बल्कि ऊपर से आफत भी बरसी। वहीं मालदेवता में सॉन्ग नदी भी अपने उफान पर है। नदी देहरादून मालदेवता और टिहरी जाने वाले रोड को बहाकर ले गई है। 10 से 15 साल में ऐसा पहली बार है जब सौंग नदी का इतना रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। वहीं सहस्त्रधारा में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और लोक निर्माण विभाग की टीमें जेसीबी और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ राहत कार्य में जुटी हुई हैं। विकास नगर में टोंस नदी में पानी का बहाव अचानक तेज होने से मजदूरों से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली नदी में बह गई। इसमें 8 लोगों की मौत हो गई और 4 लोग लापता हैं। वहीं, मालदेवता में सौंग नदी में 5 लोग बह गए, जिसमें से 4 के शव मिल गए हैं जबकि एक लापता है।


उत्तराखंड के देहरादून में सहस्त्रधारा के नजदीक मंगलवार सुबह 5 बजे बादल फटा। इससे तमसा नदी, कारलीगाड़ नदी, सहस्त्रधारा नदी में जलस्तर बढ़ गया।सहस्त्रधारा समेत आसपास के इलाके तपोवन, आईटी पार्क, घंगौरा, घड़ीकैंट इलाकों में पानी भर गया। कई सड़कें बह गईं। तमसा नदी के किनारे बने टपकेश्वर महादेव मंदिर में पानी भर गया। यहां मौजूद दुकानें बह गईं। 2 लोग लापता हैं। सहस्त्रधारा में 5 लोगों को बचाया गया।

SDRF, NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। टपकेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी ने बताया, नदी में बाढ़ आई, पूरा मंदिर डूब गया, कई मूर्तियां बह गईं। हालांकि, गर्भगृह सुरक्षित है। पानी उतरने पर मंदिर में 2 फीट मलबा दिखा।”देहरादून के पौंधा स्थित देवभूमि इंस्टिट्यूट परिसर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें लगभग 200 छात्र-छात्राएं फंसे होने की सूचना एसडीआरएफ को मिली। उक्त सूचना पर एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय, देहरादून से एक रेस्क्यू टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना की गई। टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर त्वरित रेस्क्यू अभियान संचालित किया गया। जलभराव के बीच टीम ने अत्यंत सूझबूझ एवं तत्परता से कार्य करते हुए सभी 200 छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एसडीआरएफ उत्तराखंड द्वारा यह रेस्क्यू अभियान सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की। इस दौरान उन्होंने भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के बारे में जानकारी ली। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
सीएम धामी ने एक्स पर कहा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर दी। सीएम धामी ने एक्स पर लिखा, “उत्तराखंड में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर जानकारी प्राप्त की और हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी दी।”

सीएम धामी ने अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया
मुख्यमंत्री ने उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, आपके मार्गदर्शन और सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य और अधिक गति से संचालित हो रहे हैं। स्वयं भी अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहा हूं। आपदा के इस कठिन समय में हम प्रभावित परिवारों के साथ पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ खड़े हैं एवं उन्हें हर सम्भव सहायता पहुंचा रहे हैं।”
इस बीच, मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून के प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए
पुष्कर धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रभावित परिवार को असुविधा न हो और राहत सामग्री, सुरक्षित ठहराव, भोजन, पानी एवं स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा, “प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर है और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व स्थानीय प्रशासन लगातार सक्रिय हैं।

अत्यधिक पानी से मालदेवता में 100 मीटर सड़क बह गई
वहीं, उत्तराखंड पुलिस ने वीडियो शेयर करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने एक्स पर लिखा, “देहरादून जिले के सहस्त्रधारा क्षेत्र में भारी बारिश के कारण आए अत्यधिक पानी से मालदेवता में 100 मीटर सड़क बह गई। उत्तराखंड पुलिस द्वारा प्रभावित क्षेत्रों पर सतत नजर रखी जा रही है और लोगों से अपील है कि अनावश्यक यात्रा से बचें व सुरक्षित स्थानों पर रहें।”