लोकसभा के बाद महिला आरक्षण बिल नारी शक्ति वंदन विधेयक राज्यसभा से भी पास हो गया है। सर्वसहमति से इसे संसद ने पास करवा दिया है। इस बिल के पक्ष में कुल 215 वोट पड़े हैं, खिलाफ किसी ने भी अपना मतदान नहीं किया है। इसी वजह से महिला आरक्षण बिल सिर्फ पास नहीं हुआ है, बल्कि ये ऐतिहासिक बहुमत से तमाम सांसदों द्वारा पारित करवाया गया है। इससे पहले लोकसभा में भी प्रचंड बहुमत के साथ इस बिल को पास करवा दिया गया था, उस समय में पक्ष में 454 वोट पड़े थे और सिर्फ दो AIMIM सांसदों ने उसका विरोध किया था। अब यह बिल राष्ट्रपति के पास जाएगा । राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह देश में कानून बन जाएगा।
इस बिल के तहत संसद और विधानसभा में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण देने की बात हुई। सरल शब्दों में लोकसभा की जो 543 सीटें हैं, वहां पर 181 महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी। इसके अलावा देश में एसी-एसटी के लिए जो 131 सीटें आरक्षित रहती हैं, वहां भी 43 सीटें महिलाओं के लिए रहने वाली हैं।
राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बिल पारित होने के बाद सदन का ध्यान उस ओर दिलाया और कहा, ‘यह महज एक संयोग है कि हिंदू कैलेंडर के अनुसार, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा से महिला आरक्षण बिल पास होने पर ट्वीट किया। पीएम ने लिखा, हमारे देश की लोकतांत्रिक यात्रा में एक निर्णायक क्षण! 140 करोड़ भारतीयों को बधाई। मैं उन सभी राज्यसभा सांसदों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए वोट किया. इस तरह का सर्वसम्मत समर्थन वास्तव में खुशी देने वाला है।
संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पारित होने के साथ, हम भारत की महिलाओं के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सशक्तिकरण के युग की शुरुआत करते हैं। यह महज एक विधान नहीं है यह उन अनगिनत महिलाओं को श्रद्धांजलि है जिन्होंने हमारे देश को बनाया है। भारत उनके लचीलेपन और योगदान से समृद्ध हुआ है।
पीएम ने आगे लिखा, जैसा कि हम आज मनाते हैं, हमें अपने देश की सभी महिलाओं की ताकत, साहस और अदम्य भावना की याद आती है। यह ऐतिहासिक कदम यह सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता है कि उनकी आवाज़ को और भी अधिक प्रभावी ढंग से सुना जाए।