Morocco earthquake : अफ्रीका के देश मोरक्को के लिए 9 सितंबर 2023 की तारीख गहरे जख्म दे गई। एक झटके में ही आपदा ने तबाही का खौफनाक मंजर मचाया। मोरक्को में शनिवार सुबह को आए विनाशकारी भूकंप ने 1 हजार से अधिक लोगों की जान ले ली है। इस हादसे में सैकड़ों लोग घायल है। वहीं कई लोग मलबे में दबे हुए हैं। रेस्क्यू अभियान जारी है। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
भूकंप के डर से लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप ऐसे समय आया जब मोरक्को के लोग को नींद में थे। शनिवार तड़के करीब 3 बजे भूकंप ने मोरक्को में बड़ी तबाही मचाई। भूकंप की तीव्रता 6.8 बताई जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। मरने वालों का आकड़ा और बढ़ सकता है। मोरक्को में यह भूकंप 120 साल बाद आया है।
भूकंप का केंद्र मोरक्को के मराकेश शहर से करीब 70 किलोमीटर दूर था। भूकंप इतना जोरदातर था कि उसका असर मराकेश से करीब 350 किलोमीटर दूर राजधानी रबात में भी महसूस किया गया। मराकेश में रहने वाले एक शहरी ब्राहिम हिम्मी ने एजेंसी को बताया कि भूकंप के चलते कई पुरानी इमारतें ढह गईं और उसने पुराने शहर से एक के बाद एक एम्बुलेंस निकलते हुए देखीं। उन्होंने कहा कि लोग डरे हुए हैं और दूसरे भूकंप की आशंका के चलते घरों से बाहर निकल आए हैं। सोशल मीडिया पर भूकंप से जुड़े हैरान करने वाले फोटो और वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भूकंप से जुड़े अनेकों वीडियो तेजी से वायरल होते दिख रहे हैं, जिसमें लोग बदहवास और डरे हुए इधर-उधर भागते हुए नजर आ रहे हैं।
खबरों के अनुसार, भूकंप का एपिसेंटर एटलस पर्वत के पास इघिल नाम का गांव बताया जा रहा है। जो माराकेश शहर 70 किलोमीटर की दूरी पर ही है। भूकंप की गहराई जमीन से 18.5 किलामीटर नीचे थी। राजधानी दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में हुए दुखद हादसे पर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की है । प्रधानमंत्री मोदी ने मोरक्को में आए भूकंप पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- हम इस दुख की घड़ी में मोरक्को के साथ हैं। हम हर संभव मदद देने को तैयार हैं। अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी मोरक्को को हर संभव मदद देने की बात कही है।