बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा के पहुंचते ही राजस्थान विधानसभा में सोमवार 24 जुलाई को जमकर हंगामा हुआ है। गुढा लाल डायरी लेकर पहुंचे। स्पीकर के सामने वह डायरी लहराने लगे, गुढा यहीं तक नहीं रुके उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ई का माइक नीचे कर दिया। राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के विधायक रफीक खान पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा से भिड़ गए।
सदन के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए घोड़ा रो पड़े कहा सदन में उन्हें बोलने नहीं दिया गया। कांग्रेसी मंत्रियों विधायकों ने मारपीट की धक्का दिया और घसीट कर बाहर निकाला है। इस घटना के बाद राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने बताया- लगभग 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया, मुझे मुक्का मारा, लात मारी और कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से खींचकर बाहर निकाल दिया। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने मुझे बोलने तक नहीं दिया।
मेरे ऊपर आरोप लगे कि मैं बीजेपी के साथ हूं। मैं जानना चाहता हूं कि मेरी गलती क्या है।वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट करते हुए लिखा-राजेंद्र गुढ़ा जी का कहना है कि लाल डायरी में बहुत राज हैं, उसमें 500 करोड़ का हिसाब है और मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत का भी नाम है। आज विधानसभा में लाल डायरी लेकर गए गुढ़ा जी के साथ मारपीट कर उन्हें बलात बाहर कर दिया गया। साफ है कि डायरी में लिखे काले धन के राज और नाम सामने आने से गहलोत जी का राजनीतिक जीवन संकट में पड़ जाएगा। कांग्रेस की सरकार तक गिर सकती है। और जैसा गुढ़ा जी बता रहे हैं, कइयों को जेल भी हो सकती है!
विधानसभा सदन में आज राज्य सरकार ने लाल डायरी के राज सामने आने से रोकने के लिए गुंडागर्दी कराई है।इस घटनाक्रम पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा- कांग्रेस विधायकों ने जिस तरह मारपीट की है, वह निंदनीय है। सैनिक कल्याण मंत्री रहे गुढ़ा लाल डायरी लेकर आए थे। वह राज खोलना चाहते थे। आज सदन में मैंने भी लाल डायरी का मुद्दा उठाया था। गुढ़ा को बोलने नहीं दिया गया।
मार्शलों के जरिए उनके साथ मारपीट की गई। अपने ही विधायक पर कांग्रेस के विधायक जिस तरह टूट पड़े, वह शर्मनाक है। जब तक लाल डायरी का राज नहीं खुलेगा, हमारा संघर्ष जारी रहेगा। सदन साक्षी था गुढ़ा ने हाथापाई नहीं की। गुढ़ा ने कहा कि मुझे बोलने दीजिए। रफीक खान ने गुढ़ा पर हमला किया। ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए गुढ़ा ने राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ वारदातों, अत्याचारों को लेकर शुक्रवार को विधानसभा में बहस के दौरान अपनी सरकार को घेरा था। कहा कि मणिपुर के बजाय कांग्रेस सरकार को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। सदन में हुई किरकिरी के बाद सरकार और पार्टी दोनों स्तर पर एक्शन शुरू हुआ और गुढ़ा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया।