पिछले 4 दिनों से पूरे देश भर में मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर चक्रवर्ती महातूफान बिपरजॉय को लेकर खबरें सुर्खियों में हैं। अब 5 घंटे बाद यह महातूफान इम्तिहान लेने के लिए तैयार है। अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय खतरनाक रूप से चुका है। समुद्र से यह महातूफान घूमते-घूमते तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। कुछ ही घंटों में यह गुजरात से टकराने वाला है। इसके पहले निचले तटीय इलाकों से हजारों लोगों को निकालकर शेल्टर होम में पहुंचाया गया है। मांडवी में तेज बारिश हो रही है। राज्य सरकार और मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी कई लोग इस महातूफान की सेल्फी लेने के लिए समुद्री तटों पर डटे हुए हैं।
तूफान का असर गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर पड़ने का असर है। गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर महातूफान का खौफ है। ये 9 राज्य लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और राजस्थान (पश्चिमी) हैं। बिपरजॉय जब गुजरात के तट से टकराएगा तो उस वक्त 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रप्तार से हवा चलने का अनुमान है। इंडियन कोस्ट गार्ड के जवान लोगों को अलर्ट कर रहे हैं। समुद्र तटों को खाली करा दिया गया। केंद्र और राज्य सरकारें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इस महातूफान का असर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में भी दिखने लगा है। इन राज्यों में हवा के साथ धूप की भी लुकाछिपी जारी है।

बिपरजॉय को लेकर सबसे ज्यादा गुजरात में हाई अलर्ट है। हमेशा तेजी के साथ भागने वाला गुजरात आज थम गया है। गुजरात के साथ महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी असर। इन इलाकों में NDRF की 33 टीमें तैनात की गई हैं। कोस्ट गार्ड, आर्मी और नेवी की रेस्क्यू और रिलीफ टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। इन इलाकों में चक्रवात के गुजर जाने के बाद यातायात और बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए करीब छह सौ टीमें बनाई गई हैं। गुजरात के आठ तटीय जिलों में 75 हजार लोगों लोगों को अस्थायी शिविर में ले जाया गया है। अकेले कच्छ जिले से 34 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया। गुजरात के कच्छ जिले में धारा 144 लगा दी गई है। पश्चिम रेलवे ने चक्रवात संभावित क्षेत्रों में 67 ट्रेन रद्द की हैं, 25 के रूट बदले हैं।
गुजरात के 8 जिलों में चक्रवाती तूफान को लेकर दहशत का माहौल है। हालांकि 2 दिनों से महाराष्ट्र, गुजरात का मौसम भी बदला हुआ है। मौसम देखकर साफ अंदेशा लगाया जा सकता है कि कोई बड़ा महातूफान गुजरात की ओर तेजी की और आगे बढ़ रहा है। गुजरात राज्य के अधिकांश जिलों में खौफनाक रूप लिए हुए तेज हवाएं के साथ बारिश जैसा माहौल मौसम में अंधकार छाया हुआ है। इसके साथ पोरबंदर, कच्छ और भुज समुद्री क्षेत्रों में ऊंची लहरें डरा रही हैं।
गुजरात के तटीय इलाकों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक हो चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, यह आज शाम 4 से रात 8 बजे के बीच कच्छ के जखौ पोर्ट पहुंचेगा। इस दौरान हालात बेहद खराब हो सकते हैं। इस दौरान 120 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तूफान बिपरजॉय की चेतावनी के चलते देवभूमि द्वारका में स्थित द्वारकाधीश मंदिर के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए बंद कर दिए गए हैं।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुमान के अनुसार, बिपरजॉय गुरुवार (15 जून) शाम को गुजरात के कच्छ, सौराष्ट्र क्षेत्र, मांडवी तट और पाकिस्तान के कराची पोर्ट से गुजरेगा। इस दौरान हवा की रफ्तार 125-135 किलोमीटर प्रति घंटा रहने को अनुमान है, जो 150 किमी तक भी जा सकती है। पाकिस्तान में भी तूफान से तबाही की आशंका है। तूफान गुजरात से सटे पाकिस्तान के केटी बंदर और कराची से आज ही टकराएगा। बिपरजॉय तूफान का असर राजस्थान पर भी होने वाला है। यह 17 जून को राजस्थान पहुंच सकता है।
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चक्रवात बिपरजॉय की तैयारियों को लेकर जयपुर में आपदा प्रबंधन की बैठक की। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने देर रात चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में उच्च स्तरीय बैठक कर संभावित प्रभावित जिलों में चल रहे आपदा प्रबंधन की गहन समीक्षा की। मौसम कार्यालय ने अधिकारियों से गिर, सोमनाथ और द्वारका जैसे लोकप्रिय स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने को कहा है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह किया है।
तेज हवाओं से फूस के घरों के पूरी तरह से नष्ट होने, कच्चे घरों को व्यापक नुकसान और पक्के घरों को भी थोड़ा-बहुत नुकसान होने की आशंका है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं। चक्रवात की संभावित दस्तक से पहले राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने गुजरात और महाराष्ट्र में राहत एवं बचाव अभियान चलाने के लिए कुल 33 टीमों को जिम्मा सौंपा है।एनडीआरएफ की 18 टीमों को गुजरात में रखा गया है, एक को दीव में तैनात किया गया है।
गुजरात में हवा की रफ्तार भी तेज हो गई है, जिसके चलते राज्य के आठ जिलों में बाढ़ बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। आलम ये है कि राज्य प्रशासन ने तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर स्थानांतरित कर दिया है और बचाव और राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है।
बता दें कि मई 2021 में ‘ताउते’ चक्रवात के बाद दो साल के भीतर राज्य में आने वाला यह दूसरा चक्रवात होगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘बिपरजॉय’ गुरुवार शाम को ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ के रूप में जखाऊ बंदरगाह के पास पहुंचेगा और इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। गुजरात सरकार की ओर से कहा गया है कि आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है।बिपरजॉय तूफान को लेकर इस वक्त राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक अलर्ट मोड पर है। देश के गृहमंत्री, रक्षा मंत्री, तीनों सेना प्रमुख, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, गुजरात के मुख्यमंत्री और आपदा प्रबंधन से जुड़ा हर कर्मचारी और मौसम विभाग सबकी नजर इस वक्त सिर्फ बिपरजॉय तूफान पर है।