हमारे देश में आमतौर पर देखा जाता है जब कोई बड़ी घटना होती है तब उस पर एक्शन लिया जाता है। लेकिन पहले से ही अगर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए तो स्थिति नियंत्रण में रहती है। ऐसे ही पिछले कुछ दिनों से दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में हो रहा है। कर्नाटक में हाल के कुछ दिनों से हिंसा की घटनाएं काफी तेजी से बढ़ी है। करीब तीन महीने पहले राज्य में ‘हिजाब’ विवाद भी शुरू हुआ था। जिसकी वजह से राज्य के कई जिलों में विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं भी हुईं । कर्नाटक से निकलकर हिजाब का विवाद देश के कई राज्यों में फैल गया था। आखिरकार जैसे-तैसे यह मामला शांत हुआ। 3 दिन पहले कर्नाटक में भाजपा के नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के विरोध में कई जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए। इन विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कर्नाटक में कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। भाजपा नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के बाद पार्टी में ही असंतोष के स्वर दिखाई दिए। कई जिलों के भाजपा नेताओं ने इस्तीफे तक दे दिए। भाजपा नेता प्रवीण नेट्टारू के अलावा दो और हत्याओं से राज्य सरकार पर सवाल भी खड़े हुए। कर्नाटक में हुई हिंसक घटनाओं की गूंज दिल्ली तक भी सुनाई दी। लचर कानून व्यवस्था से घिरे मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गुरुवार को बयान दे डाला कि कर्नाटक में हम “योगी मॉडल” को लागू करेंगे। वहीं शुक्रवार को सीएम बसवराज बोम्मई के शिक्षा मंत्री सी अश्वत्नारायण ने दो कदम आगे बढ़कर बड़ा बयान दिया। मंत्री सी अश्वत्नारायण ने सीधे ही “एनकाउंटर” की बात कह डाली। उन्होंने जोर देकर कहा है कि राज्य में अब एनकाउंटर का वक्त आ गया है। ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वे कहते हैं कि एनकाउंटर का वक्त आ गया है। ये सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी हत्याएं कभी न हों। आने वाले दिनों में हम ऐसी कार्रवाई करने वाले हैं कि ये बदमाश डर जाएंगे, ऐसा करने से पहले हजार बार सोचेंगे। मंत्री सी अश्वत्नारायण ने साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री एनकाउंटर के लिए तैयार हैं। उनकी तरफ से आश्वासन मिला है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि गुरुवार को कर्नाटक सीएम ने दो टूक कहा था कि उत्तर प्रदेश में जैसी स्थिति है, वहां के लिए योगी फिट बैठते हैं। कर्नाटक में मुख्यमंत्री और उनके मंत्री द्वारा राज्य में योगी मॉडल अपनाए जाने को लेकर शुक्रवार को कई चैनलों में डिबेट भी होती रही।