अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की मुलाकात सोमवार को व्हाइट हाउस में हुई। दोनों नेता जब मीडिया के सामने आए तो उनके चेहरों पर मुस्कान थी और आपसी गर्मजोशी ने वहां मौजूद हर शख़्स का ध्यान खींचा। कैमरों के सामने हाथ मिलाते समय दोनों नेताओं के बीच सहज बातचीत और बार-बार हंसी ठिठोली ने मुलाकात का माहौल हल्का-फुल्का बना दिया।
लेकिन मुस्कुराहटों के पीछे छिपी हकीकत कहीं अधिक गंभीर थी। दरअसल, इस बैठक का एजेंडा रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर संभावित सीजफायर पर सहमति बनाना था। ट्रंप और जेलेंस्की की आमने-सामने मुलाकात में यूरोप के कई नेताओं ने भी भाग लिया, लेकिन लंबी चर्चाओं के बावजूद सीजफायर पर कोई ठोस सहमति नहीं बन सकी।

बैठक खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेलेंस्की ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन अब सुरक्षा गारंटी के बदले यूरोप की फंडिंग से अमेरिका से 100 अरब डॉलर के हथियार खरीदेगा। इस बयान से साफ है कि यूक्रेन अभी भी युद्ध को लेकर अपनी तैयारी और मजबूत करना चाहता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप और जेलेंस्की की गर्मजोशी से भरी मुलाकात ने कूटनीति का सकारात्मक संदेश जरूर दिया, लेकिन असल मुद्दे यानी युद्ध को रोकने पर कोई ठोस प्रगति नहीं हुई। यही वजह है कि जहां दुनिया ने दोनों नेताओं की हंसी-ठिठोली को सुर्खियां बनाया, वहीं असलियत अब भी तनाव से भरी हुई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक अहम बयान देकर राजनीतिक हलकों में नई चर्चा छेड़ दी। व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा, “मेरे कार्यकाल में मैंने छह जंग रुकवाई हैं। अगर मेरी जगह कोई और होता तो आज दुनिया कई मोर्चों पर जल रही होती।”
ट्रंप ने हालांकि यह साफ नहीं किया कि किन-किन युद्धों की ओर वह इशारा कर रहे थे, लेकिन उन्होंने दावा किया कि उनकी सक्रिय कूटनीति और “मजबूत नेतृत्व” की वजह से कई देशों के बीच तनाव युद्ध में नहीं बदला। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की भूमिका केवल युद्ध लड़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि शांति कायम करने में भी अहम है।
यूक्रेन संकट पर बोलते हुए ट्रंप ने जोर दिया कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूं कि यह युद्ध ज्यादा लंबा नहीं चलना चाहिए। मैं इसके लिए रास्ता खोजने की कोशिश कर रहा हूं।”
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप का यह बयान चुनावी साल में घरेलू राजनीति पर भी असर डाल सकता है। ट्रंप खुद को “शांति निर्माता” की छवि में पेश करना चाहते हैं, जबकि आलोचक इसे सिर्फ चुनावी बयानबाजी मान रहे हैं।
दूसरी ओर, जेलेंस्की ने इस मौके पर कहा कि यूक्रेन अपने लोगों की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए हर कदम उठाएगा। हालांकि, सीजफायर पर कोई ठोस सहमति नहीं बन सकी।