उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव को लेकर देहरादून से लेकर दिल्ली तक चिंता बढ़ा दी है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोशीमठ मामले को लेकर हाई लेवल मीटिंग की। इसके साथ पीएम मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी बात करके पूरे हालातों की जानकारी ली थी। सोमवार, 9 जनवरी को राजधानी देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर बैठक कर जोशीमठ में चल रहे हालात और बचाव कार्य की जानकारी ली। बैठक में दो होटलों को गिराने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही पीड़ितों को गौचर और पीपलकोटी में बसाने की तैयारी सरकार कर रही है, जिसके लिए जगह चिन्हित किए जा रहे हैं। बैठक के बाद आपदा सचिव रंजीत सिन्हा ने मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जोशीमठ में भू-धंसाव के बाद जो हालात बने हैं, उसको लेकर राज्य और केंद्र दोनों ही सरकारें गंभीर हैं। जोशीमठ में तेज गति से राहत और बचाव कार्य चला चलाया जा रहा है। बैठक में सीएम धामी ने कहा कि आज मुख्यमंत्री आवास में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) के अधिकारियों एवं सदस्यों ने भेंट कर जोशीमठ भू धंसाव से उत्पन्न स्थिति के बाद राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में विस्तृत चर्चा की।