यहां देखें वीडियो 👇
भारत देश में हाल के कुछ वर्षों में यातायात साधनों की बात करें तो सबसे तेजी से विकास हुआ है। पहले बात करेंगे सड़क मार्ग की। आज देश में एक्सप्रेस वे और हाईवे का जाल बिछता जा रहा है। ऐसे ही रेल मार्ग पर मेट्रो, वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ने लगी है। अहमदाबाद से मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए भी काम जारी है। देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो मेट्रो ट्रेन अब दिल्लीवासियों के आने-जाने के लिए सबसे अच्छा यातायात साधन के रूप में मानी जा रही है। लेकिन आज हम बात करेंगे देश की सबसे पुरानी मेट्रो ट्रेन सेवा के बारे में। आप लोगों को पता ही होगा भारत में सबसे पहले कलकत्ता अब (कोलकाता) में साल 1984 को मेट्रो ट्रेन शुरू की गई थी। बुधवार 12 अप्रैल को कोलकाता मेट्रो ने गंगा (हुगली नदी) के नीचे बनी सुरंग से पहली मेट्रो को निकालकर इतिहास रच दिया। (बता दें कि गंगा को पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के नाम से जाना जाता है) लंबे इंतजार के बाद देश की पहली मेट्रो ट्रेन गंगा नदी के नीचे से दौड़ी। भारत में यह पहली अंडरवारटर मेट्रो परियोजना है।
हुगली नदी के नीचे सुरंग से पहली बार मेट्रो दौड़ी और इतिहास रचा गया। भारत में पहली बार मेट्रो ने नदी के नीचे दौड़ लगाई है। मेट्रो रेक ने 11.55 मिनट में हुगली नदी पार की। हुगली नदी के नीचे 520 मीटर की जुड़वां सुरंग में बना यह अंडरवाटर ट्रेन का ट्रैक 4.8 किलोमीटर लंबा है। इस मेट्रो के चलने से कोलकाता और उसके आस-पास को लोगों को काफी सहूलियत होगी। मेट्रो रेल के महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी ने इस ऐतिहासिक घटना को देखने के लिए रेक नंबर MR-612 में महाकरण से हावड़ा मैदान स्टेशन तक की यात्रा की। कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन भी कर्मचारी और इंजीनियर जिनके प्रयास से इस इंजीनियरिंग चमत्कार को हासिल किया जा सका, वे खुश हैं कि उनके सपने आखिरकार सच हो गए। मेट्रो रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा, “कई बाधाओं के बाद हम हुगली नदी के नीचे मेट्रो चलाने में सफल रहे हैं, जो कोलकाता की परिवहन प्रणाली में एक क्रांतिकारी कदम है।
यह वास्तव में बंगाल के लोगों के लिए भारतीय रेलवे की ओर से एक विशेष नए साल का तोहफा है। बता दें कि जल्द ही हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक 4.8 किलोमीटर के अंडरग्राउंड सेक्शन में ट्रायल रन शुरू कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस सेक्शन में मेट्रो सेवाएं इस साल शुरू की जा सकती है। इस सेक्शन के शुरू हो जाने के बाद हावड़ा देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन हो जाएगा। बताया जा रहा है कि मेट्रो से हुगली नदी के नीचे 520 मीटर के हिस्से को 45 सेकंड में कवर किया जा सकेगा। इतना ही नहीं नदी के 32 मीटर एक सुरंग भी बनाई गई है।