भारत मूल के ऋषि सुनक ने ब्रिटेन में एक बार फिर प्रधानमंत्री पद का चुनाव लड़ने का एलान किया है। पिछले दिनों ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस के इस्तीफा देने के बाद सियासी संकट जारी है। ऋषि सुनक ने दोबारा प्रधानमंत्री चुनाव लड़ने का एलान किया है। उन्होंने ट्वीट किया- ‘UK बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। इसलिए मैं कंजरवेटिव पार्टी का नेता और अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हूं। मैं देश की अर्थव्यवस्था ठीक करना चाहता हूं।’ 20 अक्टूबर को लिज ट्रस ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। ट्रस सुनक को हराकर ही देश की प्रधानमंत्री बनी थीं।इससे पहले ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और उनकी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके ऋषि सुनक ने शनिवार देर रात आमने-सामने बातचीत की। सुनक ने जुलाई में वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनके और बोरिस जॉनसन के बीच कड़वाहट आ गई थी। उसके बाद यह उनकी पहली निजी बातचीत मानी जा रही है। 28 अक्टूबर को फिर होने वाले चुनावों में तीन सांसदों के नाम प्रमुख दावेदारों के रूप में सामने आए हैं। इनमें सुनक के पास 128 टोरी सांसदों का सार्वजनिक समर्थन है, जबकि जॉनसन के पास 53 और कैबिनेट सदस्य पेनी मोर्डंट के पास 23 सांसदों का समर्थन है। ऋषि के माता-पिता भारतीय मूल के थे। उनके पिता यशवीर का जन्म और लालन पोषण केन्या में हुआ था जबकि उनकी मां उषा का जन्म तंजानिया में हुआ था। ऋषि के दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत (ब्रिटिश इंडिया) में हुआ था. वे बाद में 1960 के दशक में अपने बच्चों के साथ ब्रिटेन में आकर बस गए थे। 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में ऋषि का जन्म हुआ। उनके पिता डॉक्टर जबकि मां दवाखाना चलाती थीं। ऋषि तीन भाई बहनों में सबसे बड़े हैं।भारतीय मूल के ऋषि का जन्म ब्रिटेन के साउथैम्पटन में हुआ था। उन्होंने ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की. इसके बाद उनका दाखिला ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुआ, जहां उन्होंने फिलोसॉफी और इकॉनोमिक्स की पढ़ाई की। वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में फुलब्राइट स्कॉलर थे, जहां से उन्होंने एमबीए किया था। ऋषि सुनक ने ग्रैजुएशन के बाद गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया था और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए थे। ऋषि ने राजनीति में प्रवेश करने से पहले एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की थी। यह कंपनी ब्रिटेन के छोटे कारोबारों में निवेश में मददगार थी। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए के दौरान ही उनकी मुलाकात इंफोसिस के सह संस्थापक और दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई, जिनसे बाद में उन्होंने शादी कर ली. उनकी दो बेटी कृष्णा और अनुष्का हैं।
previous post