उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र पहले ही दिन हंगामेदार हो गया। विपक्षी विधायकों ने सदन में माइक तोड़ दिए और टेबल पलटाने तक की कोशिश की। वहीं इस हंगामे के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने 5,315 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश कर दिया।
विपक्ष का विरोध और हंगामा
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के विधायक सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गए। विपक्ष ने बेरोजगारी, महंगाई, बिजली संकट, कानून-व्यवस्था और आपदा प्रबंधन जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए नारेबाजी की। गुस्साए विधायकों ने माइक तोड़ दिए और सदन की टेबल पलटाने की कोशिश की, जिससे कार्यवाही को बार-बार बाधित करना पड़ा।
धामी सरकार का अनुपूरक बजट

हंगामे के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने 5,315 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। इसमें विभिन्न विकास परियोजनाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा, अधोसंरचना और आपदा प्रबंधन से जुड़े खर्चों का प्रावधान किया गया है। सरकार का दावा है कि यह बजट राज्य के समग्र विकास और जनता की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए है।
विधानसभा अध्यक्ष की अपील
विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने विपक्ष से अपील की कि सदन की गरिमा बनाए रखें और मुद्दों पर बहस करें। उन्होंने कहा कि हंगामे और तोड़फोड़ से लोकतांत्रिक परंपराएं आहत होती हैं और जनता की अपेक्षाओं को ठेस पहुँचती है।
सत्ता पक्ष का पलटवार
भाजपा विधायकों ने विपक्षी हंगामे को नाटक करार दिया। सत्ता पक्ष का कहना है कि सरकार जनता के हितों के लिए ठोस कदम उठा रही है और विपक्ष मुद्दों से भटकाने की राजनीति कर रहा है।
आगे और टकराव के आसार
पहले ही दिन जिस तरह सदन का माहौल गरमा गया है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में भी सरकार और विपक्ष के बीच टकराव और बढ़ेगा। जनता की निगाहें अब इस पर टिकी हैं कि क्या सत्र में उनके मुद्दों पर गंभीर बहस होगी या हंगामे की भेंट चढ़ जाएगा।