कई दिनों से महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर हरियाणा और पंजाब के कई जिलों में लगातार बारिश में जनजीवन कर दिया है। नदी, नाले सब उफान पर है। फिलहाल सबसे ज्यादा नुकसान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड को हुआ है। हिमाचल प्रदेश में बादल फटने का सिलसिला थम नहीं रहा है। हिमाचल में कई पुल और पुलिया सड़क बह गए। हिमाचल में रोज कहीं न कहीं कोई बड़े नुकसान की खबर आ जाती है।

इसके साथ बारिश और भूस्खलन में कई लोगों की जान भी चली गई है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने के कई घटनाएं हुए हैं। हजारों लोग प्रभावित हैं। उनकी मदद के लिए हेलिकॉप्टर के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में मंडी और चम्बा जिलों में बादल फटने से तबाही मची है। सैलाब से पुल टूट गए और खेत-बागबानी को नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। मंडी और चम्बा जिले से भारी तबाही की खबर सामने आई है। जहां मंडी जिले के पधर उपमंडल की चौहारघाटी में बादल फटने से तबाही मची, वहीं चम्बा जिले के चुराह विधानसभा क्षेत्र के चान्जू में भी बादल फटने से नुकसान हुआ है।
सैलाब की वजह से गांव के पास बना एक वाहन योग्य पुल और तीन पैदल पुल पानी में बह गए। स्थानीय लोगों के मुताबिक, नाले के किनारे बसे ग्रामीणों की उपजाऊ जमीन, खड़ी फसलें और बाग-बगीचे भी पानी और मलबे में समा गए हैं। चंबा के कंघेला नाले में बादल फटने के बाद बाढ़ आ गई। पुल-पुलिया बह गए।
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भारी बारिश के चलते कंघेला नाले पर बना पुल बह गया। इससे एक मुख्य रास्ता बंद हो गया और स्थानीय लोगों की आवाजाही ठप हो गई।

प्रशासन ने मौके पर टीमें भेज दी हैं, वैकल्पिक मार्ग बनाने की योजना पर काम हो रहा है और पुल की जल्द मरम्मत का आश्वासन भी दिया गया है, ताकि लोगों को जल्द राहत मिल सके।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की चौहार घाटी के कोरतांग गांव में बादल फटने की घटना हुई है। इससे एक यातायात पुल और तीन पैदल पुल बह गए। हालांकि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन खेतों और बाग-बगिचों को भारी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने राहत व सर्वेक्षण टीम को मौके पर भेज दिया है और राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं। हिमाचल के मंडी जिले के पधर उपमंडल की चौहारघाटी के कोरटांग गांव के पास भारी बारिश के कारण नाले में बाढ़ आ गई।

इस बाढ़ में तीन पुलिया (कल्वर्ट) और आसपास की जमीन बह गई। एसडीएम पधर सुरजीत सिंह ने बताया कि नुकसान का जायजा लिया जा रहा है और जल्द ही राहत व मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। लगातार बारिश के चलते इलाके में जनजीवन प्रभावित है और प्रशासन अलर्ट पर है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के रोहतांग दर्रे के राहनीनाला के पास एक कार के सड़क से फिसलकर पहाड़ से नीचे गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। वाहन में कुल पांच लोग सवार थे। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।
बचाव अभियान अभी भी जारी है। मृतकों और घायलों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में कोरटांग के पास नाले में बाढ़ के कारण तीन पुलियाएं बह गईं, साथ ही जमीन का एक हिस्सा भी बह गया। हिमाचल प्रदेश में 20 जून से 6 जुलाई तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है। 50 मौतें लैंडस्लाइड, बाढ़ और बादल फटने से जुड़ी घटनाओं में हुई। 28 लोगों की जान बारिश के कारण हुए रोड एक्सीडेंट में हुई हैं।