पूर्वोत्तर का मिजोरम पूरे देश में सबसे खुशहाल राज्य बन गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस राज्य में लड़कों और लड़कियों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया जाता है।
इसके साथ यहां का सोशल स्ट्रक्चर यूथ को खुशी देता है। गुरुग्राम के मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट में स्ट्रैटजी के प्रोफेसर राजेश के पिल्लानिया ने अपनी स्टडी में ऐसा दावा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, मिजोरम जो भारत का दूसरा ऐसा राज्य है जिसने 100 प्रतिशत साक्षरता हासिल की है, अपने राज्य के स्टूडेंट्स को कठिन परिस्थितियों में भी विकास का मौका देता है। रिपोर्ट के मुताबिक मिजोरम हैप्पीनेस इंडेक्स 6 पैरामीटर पर आधारित है। इनमें परिवार के रिश्ते, काम से संबंधित मुद्दे, सामाजिक मुद्दे, धर्म, खुशी पर कोरोना का असर, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य शामिल हैं।