हिंदू धर्म में चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस दिन राम भक्त, पवन पुत्र, हनुमान जी का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल 6 अप्रैल 2023 को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन देशभर के हनुमान मंदिरों में भक्तों का तांता सा लगा रहता है और बजरंगबली के भक्त इस दिन विधि विधान से पूजा-पाठ करते हैं और आशीर्वाद की कामना करते हैं।
5 शुभ योग में मनेगा पर्व
इस बार हनुमान जयंती पर गजकेसरी, हंस, शंख, विमल और सत्कीर्ति नाम के पांच राजयोग बन रहे हैं। इस पर्व पर पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रमा, हस्त नक्षत्र के स्वामी सूर्य और चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल का प्रभाव रहेगा। इन तीन ग्रहों के संयोग में हनुमान जी की पूजा करना शुभ फलदायी रहेगा।
आपको बता दें कि हनुमान जन्मोत्सव के दिन अगर आप बजरंगबली से अपनी कोई मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं तो इसके लिए कुछ चमत्कारी उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करने से हनुमान जी प्रसन्न हो सकते हैं और आपकी मनोकामना भी पूरी कर सकते हैं।
इस दिन विधि-विधान के साथ हनुमान जी के लिए व्रत रखा जाता है और पूजा-पाठ की जाती है। साथ ही, अगर इस ख़ास दिन पर कुछ ख़ास उपाय कर लिए जाएं, तो इससे हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन चुटकी भर सिंदूर से कुछ उपाय कर कई समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
हनुमान जयंती पूजन मुहूर्त (Hanuman Jayanti 2023 Pujan Muhurat)
शुभ का मुहूर्त- सुबह 06.06 से 07.40 मिनट तक
चर का मुहूर्त- सुबह 10.49 से दोपहर 12.24 तक
अभिजित मुहूर्त- सुबह 11.59 से दोपहर 12.49 तक
लाभ का मुहूर्त- दोपहर 12.24 से दोपहर 01.58 तक
सायंकालमुहूर्त- शाम 05.07 से शाम 06.41 तक
रात्रि मुहूर्त- शाम 06.42 से रात 08.07 तक है।
सामग्री
सिंदूर, लाल फुल, लाल फुल की माला, जनेऊ, कलश, चमेली का तेल, लाल कपड़ा या लाल लंगोट, गंगाजल, कंकु, जल कलश, इत्र, सरसों तेल, घी, धुप-अगरबती, दीप, कपूर, तुलसी पत्र, पंचामृत, नारियल, पिला फूल, चन्दन, लाल चन्दन, फल, केला, बेसन का लड्डू, लाल पेड़ा, मोतीचूर का लड्डू, चना और गुड़, पान, पूजा की चौकी, अक्षत।
करें ये उपाय:-
- हनुमान जन्मोत्सव के दिन, घी में एक चुटकी सिंदूर मिला कर हनुमान जी को लेप लगाएं। मान्यता है कि इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। साथ ही, अपने भक्तों को भय और बाधाओं से बचाते हैं।
- चुटकी भर सिंदूर में घी मिला कर एक काग़ज़ पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं। इसे हनुमान जी के हृदय से लगा कर अपनी तिजोरी में रख लें। माना जाता है कि ऐसा करने से फ़िज़ूलख़र्ची में कमी आएगी और धन में वृद्धि होगी।
- जिन कन्याओं के विवाह में बाधाएं आ रही हैं, वो एक चुटकी सिंदूर हनुमान जी के चरणों में रख दें और शीघ्र विवाह के लिए हनुमान जी से प्रार्थना करें। इसके बाद सिंदूर का टीका अपनी मांग में लगाएं। कहा जाता है कि इससे जल्दी ही विवाह के योग बन सकते हैं।
- हनुमान जन्मोत्सव के दिन सरसों के तेल में सिंदूर मिलाकर पहले हनुमान जी को लगाएं, उसके बाद घर के मुख्य द्वार से शुरू करते हुए कमरों के दरवाज़ों पर स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। कहते हैं कि ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करती और धन-दौलत में बरकत होती है।
- मान्यता है कि आने वाली समस्याओं और मुसीबतों से बचने के लिए हनुमान जी को पांच मंगलवार और पांच शनिवार चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करने और गुड़-चने का भोग लगाने से समस्याओं से निजात मिल सकती है।
- नौकरी की इच्छा रखने वाले जातक इस दिन हनुमान जी के चरणों में सिंदूर लगाएं और एक सफ़ेद काग़ज़ पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं। कहते हैं कि उस काग़ज़ को हमेशा अपने पास रखने से नौकरी से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
- क़र्ज़ से मुक्ति के लिए चमेली के तेल में सिंदूर लगाएं। साथ ही अपनी उम्र के अनुसार पीपल के पत्ते लें और हर पत्ते पर राम लिख कर हनुमान जी को अर्पित कर दें। मान्यता है कि ऐसा करने से जल्द ही क़र्ज़ से मुक्ति मिलती है।
हनुमान जयंती पर अपनी राशि के अनुसार करें ये उपाय (Hanuman Jayanti Upay)–
मेष- रामचरित मानस के बालकांड का पाठ करें और नौ कन्याओं को भोजन कराएं.
वृषभ- ऊँ नमों हनुमंत नमः मंत्र की एक माला जाप करें और बच्चों को मिष्ठान खिलाएं.
मिथुन- हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान मंदिर में 11 दीपक जलाएं.
कर्क- रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करें और भिक्षुकों को भोजन कराएं.
सिंह- हनुमान अष्टक का पाठ करें और हनुमान मंदिर में ध्वजा अर्पित करें.
कन्या- सुन्दरकाण्ड का पाठ करें और गाय को हरी घास खिलाएं.
तुला- बजरंग बाण का पाठ करें और हनुमान मंदिर में पीले पेड़े अर्पित करें.
वृश्चिक- हनुमान चालीसा का पाठ करें और बन्दरों को मीठा रोट खिलाएं.
धनु- हनुमान कवच का पाठ करें और मंदिर में हनुमान चालीसा भेंट करें.
मकर- जय श्रीराम के मंत्र का 51 बार जाप करें और लड्डु का भोग लगाएं.
कुंभ- सुंदरकांड का पाठ करें और मछलियों को आटे की गोलियां डालें.
मीन- अयोध्याकांड का पाठ करें और घर के बुजुर्गा के नाम से वृद्धाश्रम में भोजन कराएं.