करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र बिहार के गया का नाम नीतीश सरकार ने बदल दिया है। राजधानी पटना में शुक्रवार, 16 मई को आयोजित कैबिनेट की बैठक में नीतीश सरकार ने कई बड़े फैसलों को मंजूरी दी है । बैठक में आए 69 प्रस्तावों को सरकार ने अपनी मंजूरी दी है। स्वीकृत एजेंडों में कुछ महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी शामिल हैं। जिसमें प्रमुख रूप के गया शहर के नाम बदलने को प्रस्ताव शामिल था। इसके अलावा ऑपेरशन सिंदूर के शहीदों को 50 लाख मुआवजा देने पर भी मंजूरी दी गई है। कैबिनेट की बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने गया शहर का नाम अब “गयाजी” कर दिया है। शहर का नाम बदलने के पीछे बिहार सरकार ने बताया है कि गया शहर विश्व के दो बड़े धर्मों हिंदू और बौद्ध धर्म के आस्था का केंद्र है। इसलिए यह बदलाव किया जा रहा है। बता दें कि गया शहर अपने पौराणिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नीतीश सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं। सातवें केंद्रीय वेतनमान के तहत वेतन पेंशन पाने वाले सरकारी कर्मियों के लिए बिहार सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने DA 53% से बढ़ा कर 55% करने का फैसला लिया गया। कुल 2% प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाया गया है। वहीं, छठे वेतनमान के तहत वेतन और पेंशन पाने वाले सरकारी कर्मियों को 6% महंगाई भत्ता बढ़ाया गया है। साथ ही पांचवें वेतनमान के तहत वेतन और पेंशन पाने वाले को 11% का महंगाई भत्ता बढ़ाया गया है। महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी से राज्य सरकार पर 1070 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा।