पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास नहीं रहीं, एक महीने पहले आग में झुलस गई थीं, कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने जताया शोक - Daily Lok Manch PM Modi USA Visit New York Yoga Day
June 18, 2025
Daily Lok Manch
Recent राष्ट्रीय

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास नहीं रहीं, एक महीने पहले आग में झुलस गई थीं, कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने जताया शोक





कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास का वीरवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष की थीं। परिवार के सदस्यों के मुताबिक, इस वर्ष 31 मार्च को राजस्थान के उदयपुर शहर में स्थित अपने घर में आरती करते समय वह गंभीर रूप से झुलस गई थीं।गिरिजा व्यास के भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि वे अहमदाबाद के जायडस अस्पताल में उपचाररत थीं। एक माह के उपचार के दौरान भी उनकी स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं हो पाया। पिछले दो-तीन दिनों से ब्लड प्रेशर गिरने लगा और निधन हो गया। उनके निधन पर कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने शोक जताया है ।


उदयपुर में किया जाएगा अंतिम संस्कार

इसके बाद व्यास को तुरंत उदयपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया और बाद में उन्हें आगे के उपचार के लिए अहमदाबाद रेफर कर दिया गया। उनके भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि आज शाम अहमदाबाद के अस्पताल में उनका निधन हो गया। उनका शुक्रवार को उदयपुर में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
परिवार के सदस्यों के मुताबिक, व्यास घर में आरती कर रही थीं, उसी दौरान उनके दुपट्टे में नीचे जल रहे दीये से आग लग गई। परिवार के सदस्य उन्हें अस्पताल ले गए। वह कांग्रेस की एक अहम नेता थीं। उन्होंने राज्य और केंद्र दोनों सरकारों में मंत्री के रूप में काम किया। वह प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भी रहीं और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी रहीं।

राजसमंद जिले के नाथद्वारा में जन्मी गिरिजा के पिता स्वतंत्रता सेनानी थे। मां शिक्षिका थीं। उन्होंने उदयपुर में आकर उदयपुर यूनिवर्सिटी (वर्तमान में मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी) से स्नातक और स्नातकोत्तर किया था। बाद में दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। उन्होंने उदयपुर के सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के दर्शनशास्त्र विभाग में प्रोफेसर के रूप में भी काम किया था।गिरिजा व्यास ने 1977 में कांग्रेस की उदयपुर इकाई की अध्यक्ष के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। 1985 में वे उदयपुर से राजस्थान विधानसभा की सदस्य चुनी गईं और 1990 तक विभिन्न मंत्रालयों, जैसे पर्यटन, शिक्षा, और वित्त, में मंत्री के रूप में कार्य किया। वर्ष 1991 में वे पहली बार लोकसभा की सदस्य चुनी गईं और पी.वी. नरसिम्हा राव सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्रालय की उपमंत्री बनीं थी।
1993 से वे भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं। 2005 से 2011 तक वे राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं, जहां उन्होंने महिला अधिकारों के लिए काम किया। 2013-14 में व्यास मनमोहन सिंह सरकार में आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय की मंत्री रहीं। इसके अलावा, वे कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष और भारत-ईयू सिविल सोसायटी की सदस्य भी थीं।

Related posts

3 जनवरी, बुधवार का पंचांग और राशिफल

admin

पीएम मोदी ने डीआईजी नीलेश आनंद भरणे को किया सम्मानित, फॉरेंसिक साइकोलॉजी में पीएचडी करने वाले देश के पहले आईपीएस 

admin

उपभोक्ताओं को राहत : एलपीजी गैस सिलेंडरों के दामों में की बड़ी कटौती, आज से हुए यह तीन बदलाव जो आपको करेंगे प्रभावित

admin

Leave a Comment