सोमवार 19 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सरकार से तवांग के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर डाली और हंगामा भी किया। कांग्रेस ने राज्यसभा में तवांग पर सदन में चर्चा के लिए नोटिस दिया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार चीन पर चर्चा ही नहीं करना चाहती। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया।
विपक्ष के आरोपों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे तो भारतीय सेना को सीमा पर किसने भेजा? अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे तो आज चीन पर डी-एस्केलेशन और डिसइंगेजमेंट के लिए दबाव क्यों बना रहे हैं? हम सार्वजनिक रूप से क्यों कह रहे हैं कि हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं? हमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपने जवानों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। हमारे जवान यांग्त्से में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर खड़े होकर हमारी सीमा की रखवाली कर रहे हैं। उनका सम्मान और सराहना की जानी चाहिए।