यूपी में नगर निकाय चुनाव के परिणाम आज घोषित कर दिए जाएंगे. इसके लिए वोटों की गिनती का सुबह 8 बजे से शुरू हो गई. यूपी 760 नगर निकायों में 4 मई और 11 मई को दो चरणों में वोटिंग हुई थी. पहले चरण में 52 फीसदी तो दूसरे चरण में 53 फीसदी वोटिंग हुई थी. यूपी निकाय चुनाव को 2024 का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है. इन चुनावों में बीजेपी, सपा, बसपा, कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक पार्टियों की साख दांव पर लगी हुई है.
यूपी में 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका और 544 नगर पंचायत की सीटें हैं. पहले फेज में 9 मंडलों के 37 जिलों में 10 नगर निगम, 820 पार्षद, 103 नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, 2740 नगर पालिका परिषद सदस्य, 275 नगर पंचायत अध्यक्ष और 3745 नगर पंचायत सदस्यों के लिए चुनाव हुए हैं. वहीं, दूसरे चरण में 9 मंडल के 38 जिलों की 7 नगर निगम, 95 नगर पालिका, 267 नगर पंचायत पद और पार्षद सीटों पर चुनाव हुए हैं.
Up Nikay Chunav 2023 Result: जानें किस सीट पर कौन आगे
वाराणसी: अशोक तिवारी …BJP+
सहारनपुर: खदीजा मसूद….BSP+
मेरठ: हरिकांत अहलूवालिया…BJP+
मथुरा: विनोद कुमार अग्रवाल…BJP+
लखनऊ: सुषमा खर्कवाल…BJP+
कानपुर नगर: प्रमिला पांडेय…BJP+
प्रयागराज: गणेश केशरवानी…BJP+
मुरादाबाद: विनोद अग्रवाल…BJP
झांसी: बिहारी लाल आर्य…BJP+
गोरखपुर: डॉ मंगलेश श्रीवास्तव…BJP+
गाजियाबाद: सुनीता दयाल…BJP+
अयोध्या: गिरीशपति त्रिपाठी…BJP+
अलीगढ़: प्रशांत सिंघल…BJP+
फिरोजाबाद: कामिनी राठौर…BJP+
बरेली:उमेश गौतम..BJP+
आगरा:लता वाल्मीकि…BSP
शाहजहांपुर: अर्चना वर्मा…BJP+
यूपी: पालिका और पंचायतों में कांग्रेस और बीएसपी से आगे निर्दलीय–
मेयर की सीट पर भले ही निर्दलीय उम्मीदवार जीरो पर हैं लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार 28-28 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. जबकि पालिका में सपा 38, बसपा 14 और कांग्रेस 3 सीटों पर है. वहीं पंचायतों में सपा 28, बसपा 8 और कांग्रेस 1 सीट पर आगे है.
लखनऊ: बीजेपी की मेयर प्रत्याशी 1671 वोटों के साथ सबसे आगे–
लखनऊ में नगर निकाय चुनाव के मतगणना की 3 राउंड की काउंटिंग पूरी हो चुकी है. यहां बीजेपी मेयर प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल 1671 वोटों के साथ सबसे आगे चल रही हैं. वहीं सपा की मेयर प्रत्याशी वंदना मिश्रा 770 वोटों के साथ दूसरी स्थान, बसपा प्रत्याशी तीसरे और कांग्रेस प्रत्याशी चौथे स्थान पर हैं
यूपी में नगर निकाय चुनाव को चुनाव लोकसभा से पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा है. इस चुनाव में बीजेपी की असली परीक्षा होनी है क्योंकि पार्टी ने लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है. वहीं 2024 चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की ताकत का भी अंदाजा होना है. उत्तर प्रदेश में मेयर का चुनाव आगरा, झांसी, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद, सहारनपुर, मेरठ, लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, वाराणसी, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन नगर निगम में हुआ.
शाहजहांपुर ने अपना पहला मेयर चुनने के लिए मतदान किया है. मेरठ और अलीगढ़ में 2017 में बसपा के मेयर थे, जबकि बाकी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा था. यूपी निकाय चुनाव में 17 महापौरों और 1,401 पार्षदों के चुनाव के लिए मतदान हुआ था जबकि 19 पार्षद निर्विरोध चुने गए.
1- आगरा नगर निगम
हेमलता दिवाकर, भाजपा
2012 में आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी थीं
2017 में भाजपा में शामिल हुईं और विधायक बनीं
2022 विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद भी भाजपा में बनी रहीं
– जूही प्रकाश, सपा प्रत्याशी
31 साल की जूही ने MBA किया है
2016 में सपा से जुड़ी
7 साल से डिंपल यादव की टीम में हैं
2017 में जूही ने पार्षद का चुनाव भी लड़ा था. नोटबंदी के दौरान जूही सुर्खियों में आई थी. अपने पिता के इलाज के लिए उसे बैंक की लाइन में लगना पड़ा था. जिसके बाद जूही ने एक ट्वीट किया था. जो वायरल हो गया, ट्वीट वायरल होने के बाद जूही के पिता का अखिलेश यादव में इलाज कराया था.
– लता वाल्मीकि, बसपा प्रत्याशी
राजनीति शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएट
पति अशोक कुमार सिंचाई विभाग में एक्सईएन हैं
बसपा में लंबे वक्त से काम कर रही हैं
2- अलीगढ़ नगर निगम
– प्रशांत सिंघल, भाजपा प्रत्याशी
लंबे वक्त से भाजपा में सिंघल परिवार
पिता सेठ रमेशचंद्र सिंघल की समाजसेवी के रूप में पहचान
– हाजी जमीर उल्लाह, सपा प्रत्याशी
2 बार शहर और कोल से विधायक
तीसरी बार टिकट न मिलने से निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़े
विवादित बयानों से सुर्खियों में रहते हैं
बसपा और कांग्रेस में भी कुछ दिन रहे
– सलमान शाहिद, बसपा प्रत्याशी
सपा छोड़कर बसपा की सदस्यता ली
कोल विधानसभा से सपा ने टिकट दिया था
विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद बागी
3- अयोध्या नगर निगम
– गिरीश पति त्रिपाठी, भाजपा
वशिष्ठ पीठाधीश्वर तीन कलश मंदिर के महंत हैं
अयोध्या कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे
2017 में भाजपा में शामिल हुए
पीठ का अयोध्या और पूर्वांचल में प्रभाव
– आशीष पांडे दीपू, सपा
सपा सरकार में मंत्री रहे पवन पांडे के ममेरे भाई
पिता जयशंकर पांडे भी सपा से विधायक रहे
PHD मानद उपाधि
– राममूर्ति यादव, बसपा
1989 से राजनीति में सक्रिय हैं
2016 तक समाजवादी पार्टी में रहे
2010 से 2015 तक ग्राम प्रधान
क्षेत्र पंचायत सदस्य रह चुके हैं
4- बरेली नगर निगम
– डॉ उमेश गौतम, भाजपा
बरेली के निवर्तमान मेयर
इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के चांसलर
इटली से डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी
– संजीव सक्सेना, सपा
अखिलेश यादव परिवार के करीबी
सपा में विशेष आमंत्रित सदस्य रहे
2019 में ली थी सपा की सदस्यता
उप्र राज्य भंडारण निगम में कार्यरत थे
– मोहम्मद यूसुफ जरीवाला, बसपा
2017 में भी बसपा ने दिया था टिकट
मुस्लिम समाज में अच्छी पहचान
2022 में नवाबगंज विधानसभा से बसपा प्रत्याशी थे
5- फिरोजाबाद नगर निगम
– कामिनी राठौर, भाजपा
नामित पार्षद रहे सुरेंद्र राठौर की पत्नी
पोस्ट ग्रेजुएशन तक पढ़ाई
सभी प्रत्याशियों से ज्यादा शिक्षित
– मसरूर फातिमा, सपा
स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं की, घर में हुई पढ़ाई
2017 में AIMIM से लड़ चुकी हैं चुनाव
2017 नगर निगम चुनाव में दूसरे नंबर पर थीं
– रुखसाना बेगम, बसपा
12वीं तक शिक्षा हासिल
सपा से पूर्व पार्षद रहे महबूब अजीज की पत्नी
पति महबूब अजीज सपा नेता आजम खान के करीबी
6- गाजियाबाद नगर निगम
– सुनीता दयाल, भाजपा
1975 में ABVP की विभाग संयोजिका थी
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री रहीं
दो बार से प्रदेश उपाध्यक्ष हैं
2004 में गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट हार गईं
– पूनम यादव, सपा
शिक्षा में स्नातक और समाजसेवी
बसपा छोड़कर सपा में आए सिकंदर यादव की पत्नी
पति सिकंदर यादव कारोबारी और समाजसेवी
7- गोरखपुर नगर निगम
– डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा
चार दशक पहले संघ से जुड़े
संघ के अनुषांगिक संगठन संस्कार भारती के महामंत्री
कानपुर के GSVM मेडिकल कॉलेज से MBBS & MD
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की गोरखपुर इकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं
– काजल निषाद, सपा
भोजपुरी फिल्मों में अभिनय से पहचान बनाई
2022 में कैंपियरगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं
2012 में गोरखपुर ग्रामीण से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं
8- झांसी नगर निगम
– बिहारी लाल आर्य, भाजपा
तीन बार विधायक, एक बार मंत्री
पहली बार 1991 में मऊरानीपुर विधानसभा से चुनाव लड़े
1993 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक बने
1997 से 2002 तक प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे
– सतीश जतारिया, सपा
बबीना से पूर्व बसपा विधायक
कुछ समय तक भाजपा में भी रहे
2022 में चुनाव से पहले सपा का दामन थामा
कोरी समाज में अच्छी पकड़
9- कानपुर नगर निगम
– प्रमिला पांडेय, भाजपा
2017 में मेयर चुनी गई थीं
दो बार पार्षद भी रह चुकी हैं
कानपुर में रिवाल्वर दादी के नाम से मशहूर
भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भी थीं
12वीं तक पढ़ी प्रमिला लम्बे समय तक RSS से जुड़ी रहीं
– वंदना बाजपेयी, सपा
विधायक अमिताभ बाजपेयी की पत्नी
स्नातक तक शिक्षा हासिल
बतौर समाज सेविका जनता से जुड़ाव
– आशनी अवस्थी, कांग्रेस
कांग्रेस कमेटी बुंदेलखंड क्षेत्र की महासचिव
कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव विकास अवस्थी की पत्नी
स्नातक तक शिक्षा हासिल
10- लखनऊ नगर निगम
– सुषमा खर्कवाल, भाजपा
पूर्व भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष
32 साल से भाजपा में सक्रिय
गढ़वाल विश्वविद्यालय से स्नातक
सैनिक कल्याण बोर्ड की सदस्य रहीं
– वंदना मिश्रा, सपा
पत्रकारिता छोड़कर राजनीति में कदम रखा
पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज यूपी की अध्यक्ष हैं
लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर रमेश दीक्षित की पत्नी
– शाहीन बानो, बसपा
लखनऊ के प्रत्याशियों में सबसे अमीर
पति-पत्नी को मिलाकर करीब 49 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी
स्नातक तक शिक्षा, समाज सेवी
– संगीता जायसवाल, कांग्रेस
जायसवाल महिला सभा की अध्यक्ष
सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में मशहूर
बिजनेसमैन राजेश जायसवाल की पत्नी
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी स्नातक
11- मथुरा-वृंदावन नगर निगम
– विनोद अग्रवाल, भाजपा
भाजपा महानगर अध्यक्ष
वैश्य समाज में पकड़
लंबे वक्त से भाजपा से जुड़े हैं
– तुलसीराम शर्मा, सपा
मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे हैं
मथुरा में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रहे
एक वीडियो वायरल होने से चर्चा में आए
12- मेरठ नगर निगम
– हरिकांत अहलूवालिया, भाजपा
पूर्व महापौर, पंजाबी चेहरा
2012 में सपा के रफीक अंसारी को हराया था
लंबे समय से भाजपा में सक्रिय हैं
– सीमा प्रधान, सपा
सरधना विधायक अतुल प्रधान की पत्नी
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से मास्टर्स
सपा की महिला सभा की राष्ट्रीय सचिव भी रही हैं
2015 में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई थीं
– हसमत मलिक, बसपा
पूर्व में निगम के पार्षद भी रहे हैं
मलिक बिरादरी में पहचान
बसपा के लोकसभा प्रभारी
13- मुरादाबाद नगर निगम
– विनोद अग्रवाल, भाजपा
विनोद अग्रवाल तीसरी बार चुनावी मैदान में
पत्नी वीना पहले दो बार चुनाव लड़ चुकी हैं
पत्नी की मौत के बाद उपचुनाव जीतकर मेयर बने
लगातार दो बार नगर निगम के मेयर रह चुके हैं
– सैयद रईस उद्दीन नईमी, सपा
नईमी एक्सपोर्ट कारपोरेशन के मालिक
लंबे वक्त से निर्यात का कारोबार
प्रसिद्ध सुन्नी इस्लामिक स्कॉलर हज़रत सैय्यद सदरुल अफाज़िल नईमी के पौत्र
– मोहम्मद यामीन, बसपा
1995 में बसपा से पार्षद चुने गए थे
1996 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी थे
समाजवादी पार्टी से भी जुड़े रहे
14- प्रयागराज नगर निगम
– उमेश चंद्र गणेश केसरवानी, भाजपा
कार्यकर्ता के रूप में भाजपा से 1987 से में जुड़े
प्रयागराज भाजपा के महानगर अध्यक्ष
ट्रांसपोर्ट पेशे से जुड़े गणेश भाजपा में कई पदों पर रहे
राम जन्मभूमि आंदोलन में निभाई थी सक्रिय भूमिका
– अजय श्रीवास्तव, सपा
6 साल पहले बसपा छोड़कर सपा में आए
2002 में शहर उत्तरी से बसपा के टिकट पर लड़े थे चुनाव
बसपा के महानगर अध्यक्ष भी रह चुके हैं
2017 में थामा सपा का दामन
15- सहारनपुर नगर निगम
– डॉ अजय सिंह, भाजपा
पेशे से चिकित्सक, 1991 में संघ से जुड़े
कार्डियोलोजिस्ट और मेडिग्राम स्पेशलिटी अस्पताल के निदेशक
11.74 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति
– नूर हसन मलिक, सपा
देहात विधानसभा से MLA आशु मलिक के भाई
डेढ़ साल तक गाजियाबाद जिला पंचायत के अध्यक्ष रहे
2017 में अविश्वास प्रस्ताव की वजह से पद गंवाना पड़ा
मुस्लिम और तेली बिरादरी में पकड़
– खदीजा मसूद, बसपा
पूर्व विधायक इमरान मसूद की समधन
पूर्व मंत्री रशीद मसूद की पुत्रवधू
स्नातक तक शिक्षा हासिल
16- शाहजहांपुर नगर निगम
– अर्चना वर्मा, भाजपा
पूर्व सपा नेता राम मूर्ति सिंह वर्मा की पुत्रवधू
2004 में सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गईं
सपा से टिकट मिलने के बाद भाजपा में हुईं शामिल
– माला राठौर, सपा
सपा नेता सर्वेश राठौर की बहू
ससुर सर्वेश कुमार राठौर 1992 से सपा में
इंग्लिश से पोस्ट ग्रेजुएट हैं
17- वाराणसी नगर निगम
– अशोक तिवारी, भाजपा
भाजपा के क्षेत्रीय टीम में दो बार मंत्री का दायित्व
2014 से पीएम मोदी की रैलियों के आयोजन में भूमिका
काशी क्षेत्र के जनपदों के प्रभारी भी रहे
– ओपी सिंह, सपा
नगर निगम में पांच बार पार्षद
निगम के उपसभापति भी रहे हैं
उत्तरी क्षेत्र से सपा के विधानसभा प्रत्याशी भी थे
सपा महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली
– अनिल श्रीवास्तव, कांग्रेस
BHU के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष
2010 में वाराणसी कांग्रेस के अध्यक्ष बने
कांग्रेस में कई पदों पर काम किया
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